कांग्रेस ने उत्तराखंड सरकार से पेयजल संकट को दूर करने को कहा, सड़क पर उतरने की दी चेतावनी

punjabkesari.in Monday, May 27, 2024 - 09:24 AM (IST)

 

देहरादूनः कांग्रेस ने उत्तराखंड के सभी पहाड़ी व मैदानी जिलों में स्थानीय लोगों के साथ ही यहां आ रहे पर्यटकों और चारधाम यात्रियों के लिए पीने के पानी की किल्लत होने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार को तत्काल इसका समाधान करने को कहा और चेतावनी दी कि ऐसा न होने की स्थिति में पार्टी को सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ेगा।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस बार पहले से ही मौसम विभाग ने भीषण गर्मी पड़ने का पूर्वानुमान जताया था जबकि मार्च के महीने से ही वनाग्नि की घटनाएं शुरू होने के कारण पानी के कई प्राकृतिक स्रोत सूख गए लेकिन राज्य सरकार ने इससे पैदा होने वाले पेयजल संकट से निपटने के लिए कोई काम नहीं किया। धस्माना ने कहा कि राज्य में भूमिगत जल स्रोत का स्तर नीचे जा रहा है, अधिकांश प्राकृतिक जलाशय व जल धाराएं लुप्त हो रही हैं और राज्य के मैदानी क्षेत्रों में अंधाधुंध गैर योजनागत निर्माण व नदी नालों में अवैध खनन भी पानी संकट का एक बड़ा कारण है, जिस पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि इस समय राज्य में चल रही चारधाम यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं और देश-विदेश से सैलानी भी उत्तराखंड आ रहे हैं लेकिन पीने के पानी की समस्या का आलम यह है कि न तो स्थानीय जनता को पर्याप्त पानी मिल रहा है और न ही सैलानियों व तीर्थयात्रियों को आवश्यक मात्रा में पानी मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि सभी जगहों पर पीने का पानी एक गंभीर संकट बना हुआ है और चारों धामों में भी यात्रियों को खरीद कर पानी पीना पड़ रहा है जबकि वहां सरकार को पीने का साफ पानी निशुल्क उपलब्ध करवाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि राजधानी देहरादून में भी जल संकट बना हुआ है, जिससे जनता में भारी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को तत्काल राज्य में पानी संकट को युद्ध स्तर पर दूर करना चाहिए अन्यथा कांग्रेस को मजबूरी में सड़कों पर उतरना पड़ेगा।

 

 

 


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Nitika

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