चारधाम यात्रा, पंजाब चुनाव, UCC सहित कई मुद्दों पर CM धामी की पंजाब केसरी के साथ Exclusive Interview
punjabkesari.in Monday, May 27, 2024 - 02:23 PM (IST)

देहरादूनः देशभर में लोकसभा का महापर्व चल रहा है। इसी बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पंंजाब के लुधियाना शहर में भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। वहीं सीएम धामी ने पंजाब केसरी के यूपी/उत्तराखंड हेड अविरल सिंह के साथ चारधाम यात्रा, पंजाब चुनाव, यूसीसी सहित कई मुद्दों पर बेबाक बातचीत की।
सवाल- उत्तराखंड में आपके नेतृत्व में विकास कार्यों को गति मिली है। औद्योगिक विकास तेजी से चल रहा है। ऐसे में किन चुनौतियों का सामना आपको करना पड़ रहा है?
जवाब- औद्योगिक विकास उत्तराखंड में तेजी से बढ़ा है। दिसंबर में इनवेस्टर समिट का आयोजन किया गया था, जिसमें 50 देशों के निवेशकों के साथ 350 करोड़ के करार हुए हैं। उसमें से 81 हजार करोड़ की ग्राउंडिंग भी शुरू हो गई है। उद्योग के लिए आज 8 हजार एकड़ जमीन का लैंड बैंक हमारे पास है। सरकार ने 30 नई नीतियां बनाई है और पुरानी नीतियों को बदलाव करके सरल किया गया है।
सवाल- उत्तराखंड में इस बार चार धाम की यात्रा में जो हालात बने, उसे आप आप कैसे देखते हैं। यात्रियों की सुविधा के लिए धामी सरकार क्या बेहतर इंतजाम कर रही है?
जवाब- उत्तराखंड में बेहतर कानून व्यवस्था और अच्छा माहौल है। जिसके चलते तेजी से लोगों का आना हो रहा है। चार धाम यात्रा में मोदी जी के नेतृत्व में सुविधाएं दी गई है। अच्छी सड़क बनने से दिल्ली की कनेक्टिविटी पहले से अच्छी हो गई है। देश-दुनिया के लोग आ रहे है। पिछले साल की तुलना में शुरुआत में यात्रियों की भीड़ अधिक आ गई थी, जिससे परेशानी हुई लेकिन पिछले 12 दिनों में 10 लाख लोग दर्शन कर चुके हैं। सरकार बेहतर व्यवस्था देने को प्रयासरत है और लगातार सुधार के लिए कार्य किए जा रहे हैं।
सवाल- धामों पर यात्रियों की अचानक भीड़ बढ़ने पर आपकी सरकार ने क्या उत्तराखंड में दूसरे तीर्थ क्षेत्रों की ओर लोगों को डायवर्ट करने का कोई प्लान बनाया है?
जवाब- उत्तराखंड के जो धाम हैं, उनकी यात्रा सामान्य नहीं बहुत कठिन है, जहां यमनोत्री में खड़ी चढ़ाई हैं। वहीं, केदारनाथ की 20 किमी की यात्रा कठिन है जो सामान्य यात्रा नहीं कहा जा सकता है। फिर धामों की अपनी धारण क्षमता भी है, उससे अधिक भीड़ होने पर परेशानी होती है। इस बार ऑनलाइन पंजीकरण के बिना भी लोगों की भीड़ अचानक बढ़ी जिससे दिक्कत हुई हैं। वर्तमान स्थिति को देखते हुए अब यात्रा के ऑफलाइन पंजीकरण को सरकार ने बंद कर दिया है। उसके बाद से यात्रा सुचारू रूप से चल रही है।
सवाल- चारधाम की यात्रा को लोगों के लिए और सुगम बनाने की दिशा में क्या कदम धामी सरकार उठाने जा रही है?
जवाब- आने वाले समय में यात्रा प्राधिकरण जैसा नियोजन सरकार करने जा रही हैं। इससे केदारनाथ में क्षमता से अधिक लोगों के आने पर यात्रा को हरिद्वार और ऋषिकेश से जोड़ा जाएगा। क्योंकि यात्राएं उत्तराखंड की लाइफ लाइन हैं। यहां की आजीविका और आर्थिकी का बड़ा साधन हैं। उसको हम अतिथि देवो भव की तर्ज पर आगे बढ़ाना चाहते हैं। सबकी सुरक्षा भी हमारे लिए महत्वपूर्ण है हर पहलू को देखकर ही प्लान बनाया जा रहा है।
सवाल- यात्रा के दौरान पहाड़ी क्षेत्र में लोगों के रील्स और वीडियो बनाने की बात जिस तरीके से सामने आ रही है। इसको देखकर सरकार की ओर से रोक के लिए क्या नीति बनाई है?
जवाब- यह यात्रा हमारी शुद्ध रूप से धार्मिक यात्रा है। सबको अपने अंतर्मन से यात्रा के नियमों का पालन करना चाहिए। इसके लिए सरकार और प्रशासन की ओर व्यवस्था को बेहतर बनाने का प्रयास किया गया है। सवाल- डेमोग्राफिक बदलाव की बात करें तो लगातार विकास कार्य होने से दरारें पड़ रही हैं, जिससे गांव के लोग डरे हुए हैं। उसको कैसे देखे रहे हैं। जवाब- पिछले दिनों टनल का प्रकरण सामने आने के बाद हमने सभी योजनाओं की समीक्षा करने का निर्णय लिया था। भारत सरकार की ओर से भी आडिट कराया गया है। राज्य में हमारे सामने चुनौतियां हैं उनको देखते हुए इकोलॉजी और इकोनॉमी दोनों में संतुलन बनाने की कोशिश हमारी है।
सवाल- उत्तराखंड की पांच सीटों पर बीजेपी की जीत को कैसे देख रहे हैं?
जवाब- सभी पांच सीटें मोदी जी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए उत्तराखंड बीजेपी को देने जा रहा है।
सवाल- यूसीसी की बड़ी चर्चा है उस पर क्या कहेंगे आप?
जवाब- यूसीसी देश की जरूरत है। प्रधानमंत्री मोदी जी के संकल्प पत्र में शामिल है। उत्तराखंड को यूसीसी का गौरव प्राप्त हो गया है। यूसीसी की जो गंगोत्री उत्तराखंड से विधेयक बनकर निकली है अब वो पूरे देश में जाएगी।
सवाल- पंजाब में बीजेपी मजबूत नहीं है लेकिन वोट प्रतिशत हर बार चुनाव में बढ़ रहा है। इसको आप कैसे देख रहे हैं और पंजाब 13 में से कितनी सीटें बीजेपी जीत रही है?
जवाब- पंजाब में लोग असुरक्षित हैं और नशे के माफिया और अवैध कारोबारी हावी हैं। इसलिए यहां का औद्योगीकरण रूक गया है। केंद्र से मिलने वाले अनुदान को मिलकर भी पंजाब का तेज गति से विकास नहीं हो रहा है। क्योंकि पंजाब में ऐसी सरकार रही हैं, जिनका भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण पर ही ध्यान रहा है। इस बार पंजाब की जनता इससे मुक्ति चाहती है और बीजेपी का चुनाव करने जा रही है। सभी 13 सीटों पर बीजेपी मजबूत है और जीतेगी।