BJP के पूर्व विधायक ने हड़पी करोड़ो की जमीन, NRI महिला की शिकायत पर गढ़वाल कमिश्नर ने जांच के दिए आदेश
punjabkesari.in Wednesday, Nov 27, 2024 - 01:36 PM (IST)
देहरादून: उत्तराखंड के देहरादून में पूर्व विधायक और भाजपा नेता के द्वारा करोड़ो की जमीन हड़प लेने की खबर सामने आई है। दरअसल, एक एनआरआई महिला ने पूर्व विधायक और भाजपा नेता मालचंद तथा उत्तरकाशी जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष जसोदा राणा पर करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने का गंभीर आरोप लगाया है। वहीं, इस मामले में गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने जांच के आदेश दे दिए हैं। इसी के साथ ही बड़कोट के एसडीएम ने आरोपियों को नोटिस जारी कर 28 नवंबर को उनके कार्यालय में अभिलेखों के साथ पेश होने का निर्देश दिया है।
मालचंद और जसोदा को सह खातेदार रूप में किया था नामित
शिकायतकर्ता जर्मनी निवासी शशि नेस्ले प्रीटोरियस ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि देहरादून के बसंत बिहार में उनका पैतृक घर है और 2008 में यमुनोत्री मार्ग पर स्याना चट्टी से पहले ओजरी गांव में उन्होंने 125 नाली भूमि खरीदी थी। महिला ने बताया कि क्योंकि वह एनआरआई थीं, इसलिए यह भूमि उनके नाम पर नहीं हो सकती थी, इसलिए उन्होंने पूर्व विधायक मालचंद और जसोदा राणा को सह खातेदार के रूप में नामित किया था। बताया गया कि यह जमीन उनके भाई रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल विजय सिंह थापा द्वारा देखी जाती थी, जिनका 2019 में निधन हो गया।
फर्जी सहमति पत्र तैयार कर जमीन बेटे और बहू के नाम की ट्रांसफर
आरोप है कि इस दौरान पूर्व विधायक और जसोदा राणा ने उनके नाम का फर्जी सहमति पत्र तैयार कर जमीन को अपने बेटे और बहू के नाम ट्रांसफर कर दिया। महिला ने यह जमीन अस्पताल खोलने के उद्देश्य से खरीदी थी। जिसे उन्होंने कई स्थानीय परिवारों से खरीदने का दावा किया है। बताया कि ओजरी गांव में यह जमीन 9 परिवारों से खरीदी थी। उन्होंने गांव के सुंदर सिंह, बिशन सिंह, जगत सिंह, दयाल सिंह, जोत सिंह, विक्रम सिंह, भजन सिंह, रुकम सिंह और भागीराम शामिल हैं।
आरोपियों को दस्तावेजों सहित कार्यालय में पेश होने के दिए निर्देश
विधायक रह चुके मालचंद व जसोदा राणा के खिलाफ यह मामला अब गढ़वाल कमिश्नर के स्तर पर जांच की प्रक्रिया में है, और आरोपियों को दस्तावेजों के साथ कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है। ऐसे में बड़ा और गंभीर सवाल यह है कि सुचिता और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली बीजेपी क्या पूर्व विधायक मालचंद पर कोई बड़ी कार्रवाई करेगी, यानी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएगी या सुचिता की बात केवल बयान बाजी में ही सिमट कर रह जाएगी।