वाइब्रेंट विलेज के तौर पर विकसित होगा भारत का पहला गांव ''माणा'', मास्टर प्लान में होंगे विकास के कार्य
punjabkesari.in Friday, Jun 16, 2023 - 12:50 PM (IST)

चमोलीः भारत-तिब्बत-चीन सीमा के निकट भारत के पहले गांव माणा को वाइब्रेंट विलेज (जीवन्त गांव) के तौर पर विकसित करने मास्टर प्लान की तैयारियों को पंख लगने की उम्मीद जगी है। माणा को पाइलेट प्रोजेक्ट के तौर पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए देश के प्रथम गांव माणा का मास्टर प्लान बनाने की कवायद भी शुरू हो गई है। इसी तर्ज पर ही जनपद के अन्य वाइब्रेंट विलेजों को भी विकसित किया जाएगा।
माणा गांव में विद्युत, पेयजल लाइन, रास्ते, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, सीवरेज सिस्टम, दूरसंचार एवं अपने विभाग से संबधित अन्य मौजूदा परिसंपत्तियों का पूरा सर्वेक्षण करने के लिए चमोली के जिला अधिकारी हिमांशु खुराना ने शहरी विकास विभाग के मानकों की तर्ज पर आगामी 25 वर्षो की जरूरतों को मद्देनजर रखते हुए इसका पूरा डेटा शीघ्र उपलब्ध करवाने के आदेश अधिकारियों को दे दिए हैं, इसी के आधार पर माणा गांव में मास्टर प्लान के तहत काम शुरू किया जा सकेगा। इस सरहदी गांव में विद्युत विभाग का पावर स्टेशन, सब स्टेशन, अंडरलाइन केबल बिछेगी। जल संस्थान पेयजल की आपूर्ति, सीवरेज सिस्टम बनाया जाएगा। सिंचाई विभाग को सरस्वती व अलकनंदा का जल स्तर का डाटा हमेशा तैयार रखेगा।
हिमस्खलन की स्थिति का विस्तृत सर्वेक्षण के लिए भी जिला अधिकारी ने निर्देश दिए हैं। दूरसंचार संस्थान बीएसएनएल, जीओ और एयरटेल को नेटवर्क की मौजूदा क्षमता एवं भविष्य की जरूरत के हिसाब से संचार सुविधा माणा में रहेगी। गत वर्ष माणा में आयोजित जन सभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माणा को भारत का आखिरी नहीं पहला गांव कहे और माने जाने की बात कही थी।