Uttarakhand News...निकाय चुनाव के लिए भाजपा ने किया समिति का गठन, इन्हें मिली चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी
punjabkesari.in Wednesday, Jan 01, 2025 - 02:35 PM (IST)
देहरादूनः उत्तराखंड में चल रहे नगरीय निकाय चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति का गठन किया। समिति की हुई पहली महत्वपूर्ण बैठक में हर वार्ड, पालिका और निगम में भाजपा का परचम लहराने की रणनीति तैयार की गई। पार्टी मुख्यालय में हुई इस बैठक की जानकारी देते हुए प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के निर्देश पर सभी 100 चुनावी निकायों की संचालन समिति से समन्वय के लिए यह समिति बनाई गई है। जिसमें बतौर संयोजक प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट, सह संयोजक प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी, खिलेंद्र चौधरी, राजेंद्र बिष्ट समेत कुल 14 पदाधिकारी शामिल हैं।
समिति में इन्हें प्रमुख व सह प्रमुख की मिली जिम्मेदारी
इसी क्रम में प्रचार एवं सभाओं के प्रमुख आदित्य कोठारी, सह प्रमुख सीताराम भट्ट, हिमांशु संगतानी, प्रचार सामग्री व साहित्य वितरण प्रमुख कौस्तुभा नंद जोशी, सह प्रमुख राजेंद्र ढिल्लो, जगमोहन चंद, मीडिया विभाग प्रमुख मनवीर सिंह चौहान, सह प्रमुख राजेंद्र नेगी, मानिक निधि शर्मा, कुंवर जपेंद्र, प्रचार सामग्री व साहित्य निर्माण प्रमुख डॉ देवेंद्र भसीन, सह प्रमुख अभिमन्यु कुमार, ओपी कुलश्रेष्ठ, मीरा रतूड़ी, चुनाव कार्यालय प्रमुख मुकेश कोली, हरीश डोरा, लच्छू गुप्ता,आशीष रावत, विपुल मेंदोली, संवाद केंद्र प्रमुख प्रवीण लेखवार, सत्यवीर चौहान, सोशल मीडिया प्रमुख नवीन ठाकुर, सह प्रमुख गंधार अग्रवाल, कुलदीप रावत, करुण दत्ता, युवा प्रमुख शशांक रावत, महिला सम्पकर् प्रमुख आशा नौटियाल, सह प्रमुख गीता रावत, भावना मेहरा, वाडर् व बूथ स्तर के कार्य प्रमुख राजेंद्र बिष्ट, सह प्रमुख मधु भट्ट, यशपाल नेगी, विशाल गुप्ता बनाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा, एससी संपकर् प्रमुख समीर आर्य, दर्पण कुमार, ऋषिपाल, हिसाब किताब प्रमुख पुनीत मित्तल, सह प्रमुख साकेत अग्रवाल, प्रशासनिक कार्य व चुनाव आयोग से संपर्क प्रमुख राजीव शर्मा बंटू, सह प्रमुख पुरुषोत्तम कंडवाल, प्रभात बिष्ट को प्रमुख रूप से जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदेश महामंत्री ने सभी सदस्यों की भूमिका को लेकर दिए निर्देश
मनवीर चौहान ने बताया कि चुनाव प्रबंधन समिति की इस पहली बैठक में प्रदेश महामंत्री अजय कुमार ने सभी सदस्यों की भूमिका एवं जिम्मेदारी को लेकर आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने लक्ष्य स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रत्येक वार्ड, नगर पंचायत, नगर पालिका और निगमों पर हमें भाजपा का परचम लहराना है। जिसके लिए हमे केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जन जन के बीच पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि हमारे पास पीएम के अतिरिक्त प्रदेश में मुख्यमंत्री धामी का लोकप्रिय चेहरा है, जिस पर सवा करोड़ देवभूमिवासी भरोसा करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी जिलों में निकायों के संदर्भ में चुनाव संचालन समिति बना दी गई है, जिनमें समन्वय और चुनाव अभियान के प्रबंधन का काम हम सबको मिलकर करना है। चुनाव में सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों की भूमिका भी बहुत अहम होने वाली है विशेष कर महिला युवा एवं एससी मोर्चा। सभी को अपने-अपने वर्गों में कार्यक्रमों का आयोजन करना है ताकि सर्व समाज भाजपा के पक्ष में एकजुट हों।
सीएम धामी एवं भट्ट, गौतम, रेखा वर्मा व पूर्व सीएम करेंगे प्रचार
चौहान ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के अतिरिक्त भाजपा के सभी पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम एवं सह प्रभारी रेखा वर्मा पार्टी प्रत्याशियों की पक्ष में चुनाव प्रचार करेंगे। साथ ही, सभी सांसद अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले निगमों, निकायों एवं नगर पंचायतों के चुनाव अभियान में शामिल होंगे। इसी क्रम में विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधि काम करेंगे। उन्होंने बताया कि अभी नाम वापसी तक का समय हमारे पास है, लिहाजा उससे पहले सभी के लिए उनकी सभाओं एवं कार्यक्रमों को लेकर रणनीति को अंतिम रूप हमें देना है। उन्होंने जोर देते हुए कहा, संगठन सर्वोपरि को ध्यान में रखते हुए, सभी को अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान सुनिश्चित करना है। पार्टी का निर्णय अंतिम और सामूहिक जिम्मेदारी से लिया जाता है। लिहाजा पार्टी को शत प्रतिशत विजय बनाने के लक्ष्य प्राप्ति की दिशा में हमें आगे बढ़ने का समय आ गया है।
बैठक का संचालन करते हुए प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने बूथ प्रबंधन को लेकर विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हमें निकाय में किए सरकार के कार्यों को बूथों तक ले जाना है। उन्होंने कहा कि हमें बूथों पर जाकर नए वोटरों से संवाद करना है और जो वोटर जिलों से बाहर रहते हैं उनसे भी संपर्क करना है। दरअसल, हमारा मकसद मतदान प्रतिशत बढ़ाना भी होना चाहिए। इसी तरह स्थानीय मुद्दों का चिन्हीकरण, वोटर लिस्ट, चुनाव सामग्री की चिंता भी हमें करनी है। इसी तरह लाभार्थियों और समाज के विशिष्ठ वर्ग से संवाद कर पार्टी के पक्ष में करने का प्रयास हमें करना है।