उत्तराखंड के इस इलाके में राज्य कर विभाग ने मारा छापा, टैक्स चोरी का किया भंडाफोड़; मचा हड़कंप

punjabkesari.in Monday, Dec 01, 2025 - 09:45 AM (IST)

रामनगरः उत्तराखंड के रामनगर में शनिवार का दिन व्यापारिक जगत के लिए बड़ा झटका साबित हुआ। राज्य कर विभाग ने कमिश्नर के निर्देशों पर एक साथ कई मोर्चों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जीएसटी टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं के कई गंभीर मामलों का खुलासा किया। छोई स्थित राज्य कर कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सहायक राज्य कर आयुक्त अनिल कुमार सिंहा ने इस कार्रवाई की विस्तृत जानकारी साझा की।      

सहायक आयुक्त ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से विभाग को टैक्स चोरी, गलत जीएसटी रिटर्न, अवैध कारोबार और पंजीकरण रद्द होने के बाद भी व्यापार जारी रखने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं। व्यापक जांच के बाद कई गंभीर तथ्य सामने आए हैं, जिन पर विभाग ने तुरंत सख्त कदम उठाए। जांच में पाया गया कि मनरेगा के तहत सरकारी भुगतान प्राप्त करने के बाद कई लोगों ने टैक्स जमा ही नहीं किया। ऐसे 10 व्यापारियों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं और बाकी मामलों की जांच जारी है।       विभागीय टीम ने रामनगर परिक्षेत्र के एक आभूषण व्यापारी के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की।

जांच में सामने आया कि व्यापारी ने करीब 3 करोड़ रुपये की अघोषित बिक्री की थी। मौके पर ही व्यापारी से 2 लाख रुपये टैक्स के रूप में जमा कराए गए, जबकि शेष कर देयता 15 दिनों के भीतर जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग इस मामले में आगे की कार्रवाई जारी रखे हुए है। राज्य कर विभाग ने यह भी बताया कि पिछले महीने क्षेत्र की कई निर्माणाधीन इकाइयों में टैक्स चोरी पकड़ी गई। इन इकाइयों से लगभग 3 करोड़ रुपये का टैक्स रिवर्स कराया गया है।        

जीएसटी में 22 सितंबर को हुए बदलाव के बाद विभाग ने होटल और रिसॉर्ट्स की जांच तेज कर दी है। इसी क्रम में की गई जांच में-होटल/रिसॉर्ट संचालकों से 53.01 लाख रुपये रिवर्स टैक्स वसूला गया। एक रिसॉर्ट से 5 लाख रुपये टैक्स जमा कराया गया,5 रिसॉर्ट संचालक ऐसे पाए गए जो लंबे समय से संचालन कर रहे थे, लेकिन जीएसटी टैक्स नहीं जमा कर रहे थे। इन सभी पर कार्रवाई का सिलसिला शुरू हो चुका है।        

विभाग की छानबीन में यह भी सामने आया कि कई व्यापारी जीएसटी रजिस्ट्रेशन निरस्त होने के बाद भी व्यापार कर रहे थे। ऐसे व्यापारियों की सूची तैयार हो चुकी है और उनकी जांच तेजी से की जा रही है। एक अन्य व्यापारी ऐसा मिला जो 3 करोड़ से अधिक का व्यापार कर रहा था, लेकिन दस्तावेजों में भारी अनियमितताएं और टैक्स से बचाव सामने आया। विभाग ने इस व्यापारी को भी नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

सहायक आयुक्त अनिल कुमार सिंहा ने स्पष्ट कहा-टैक्स चोरी करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। विभाग अब आकस्मिक छापेमारी तेज करेगा। उन्होंने कहा कि बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन, रिसॉर्ट संचालन और अन्य व्यापारिक क्षेत्रों में टैक्स चोरी के हर मामले में कठोर दंडात्मक कार्रवाई होगी। सभी मामलों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को भेजी जा रही है।


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Content Editor

Vandana Khosla

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