3 और 4 नवंबर को नैनीताल दौरे पर रहेंगी राष्ट्रपति मुर्मु, आर्मी हेलीपैड पर होगा स्वागत; सभी तैयारियां पूरी: UK News
punjabkesari.in Saturday, Nov 01, 2025 - 02:07 PM (IST)
नैनीतालः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की दो दिवसीय नैनीताल जनपद दौरे की जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। राष्ट्रपति के आगमन को लेकर सुरक्षा, यातायात और व्यवस्थाओं के मद्देनजर प्रशासनिक मशीनरी पूरी तरह सक्रिय है। जिलाधिकारी ललित मोहन रयाल के निर्देशन में सभी विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यक व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने शनिवार को कहा कि महामहिम राष्ट्रपति तीन नवंबर को हल्द्वानी स्थित आर्मी हेलीपैड पर पहुंचेंगी, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया जाएगा। इसके बाद वह सड़क मार्ग से नैनीताल राजभवन के लिए रवाना होंगी, जहां वह रात्रि विश्राम करेंगी। अगले दिन चार नवंबर को राष्ट्रपति विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर पहुंचेंगी और बाबा नीम करोली महाराज के दर्शन करेंगी। इसके बाद वह कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान करेंगी। राष्ट्रपति के कार्यक्रम को सफल और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने सभी विभागों को विशेष जिम्मेदारियां सौंपी हैं।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि अधिकारी अपने-अपने कार्यों को पूर्ण जिम्मेदारी और समन्वय के साथ निभाएं, ताकि भ्रमण के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने जल संस्थान को पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने, विद्युत विभाग को अबाध बिजली व्यवस्था बनाए रखने तथा नगरपालिका को शहर में साफ-सफाई और प्रकाश की व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं।
वहीं, लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाईवे प्राधिकरण को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि राष्ट्रपति के तय रूट पर सड़क किनारे कोई अव्यवस्थित सामग्री या बाधा न हो। मुख्य चिकित्सा अधिकारी को कार्यक्रम स्थलों पर एम्बुलेंस, विशेषज्ञ चिकित्सक दल, काडिर्योलॉजिस्ट और फिजिशियन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
इसके अलावा खाद्य सुरक्षा अधिकारी को खान-पान की गुणवत्ता की निगरानी करने और भारत दूरसंचार विभाग को बेहतर नेटवर्क कनेक्टिविटी बनाए रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि राष्ट्रपति का यह दौरा उत्तराखंड राज्य के लिए गौरव का अवसर है और प्रशासन की कोशिश की उनकी यात्रा सुरक्षित, सुव्यवस्थित और ऐतिहासिक बने।
