केंद्रीय गृह मंत्री के बेटे का नाम लेकर हरिद्वार के विधायक से मांगी थी रंगदारी...आरोपी गिरफ्तार
punjabkesari.in Wednesday, Feb 19, 2025 - 09:08 AM (IST)

हरिद्वारः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बेटा बनकर फोन पर हरिद्वार के रानीपुर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक आदेश चौहान से पैसे मांगने वाले युवक तथा उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि उनके साथ शामिल एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र सिंह डोभाल ने मंगलवार को यहां बताया कि विधायक को फोन कर पैसे मांगने वाले 19 वर्षीय प्रियांशु पंत को सोमवार देर शाम दिल्ली से हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया। जबकि योजना में उसके साथ शामिल उवेश अहमद को उधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर से पुलिस ने गिरफ्तार किया। डोभाल ने बताया कि इन दोनों के साथ योजना में शामिल गौरव नाथ नामक व्यक्ति की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि तीनों आरोपियों ने उत्तराखंड के दो अन्य विधायकों-नैनीताल की विधायक सरिता आर्य और रुद्रपुर के विधायक शिव अरोड़ा को भी मंत्री बनने का लालच देकर उनसे पैसों की मांग की थी। इस मामले में नैनीताल और रुद्रपुर में भी मुकदमे दर्ज किए गए हैं। ऐसा पता चला है कि आलीशान जिंदगी जीने के शौक में तीनों युवक विधायकों को फोन कर पैसे मांगते थे।
गौरतलब हो कि रविवार देर शाम एक अज्ञात फोन नंबर से विधायक आदेश चौहान के मोबाइल फोन पर एक कॉल आई थी। जिसमें फोन करने वाले ने खुद का परिचय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के पुत्र जय शाह के रूप में दिया और उनसे पार्टी फंड में पांच लाख रुपये चंदा देने को कहा। चौहान को फोन करने वाले पर शक हुआ और जब उन्होंने उसे यह बात जाहिर की तो उसने उनके साथ अमर्यादित भाषा में बात करते हुए पैसे न देने पर सोशल मीडिया पर बदनाम करने की धमकी देनी शुरू कर दी। इसके बाद चौहान के जनसंपर्क अधिकारी रोमिश कुमार ने बहादराबाद पुलिस थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 308(2) में मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू की।
हरिद्वार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डोभाल ने बताया कि मामले के खुलासे के लिए गठित पुलिस टीमों द्वारा मोबाइल नंबरों की सीडीआर, उनके आईएमईआई नंबरों तथा समय-समय पर बदल रही लोकेशनों का पीछा करते हुए गाजियाबाद व दिल्ली में एक के बाद एक कई ठिकानों पर लगातार दबिश दी गई और पंत को दिल्ली से दबोचा गया। पंत के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किया गया। पंत ने बताया कि आलीशान जिंदगी जीने के शौक में उसने अपने साथियों उवेश अहमद व गौरव नाथ के साथ मिलकर विधायकों से पैसे लूटने की योजना बनाई थी।