कारगिल विजय दिवस पर CM धामी ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि, सैनिकों के कल्याणा हेतु की ये घोषणाएं

punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 03:27 PM (IST)

देहरादूनः कारगिल विजय दिवस (शौर्य दिवस) के अवसर पर शनिवार को देहरादून के गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुष्प चक्र अर्पित कर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने इस अवसर पर कारगिल शहीदों के परिवारजनों को भी सम्मानित किया। साथ ही, सैनिकों के कल्याणार्थ अनेक घोषणाएं भी की।

नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह बनाए जाने की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली जिले के कालेश्वर में ईसीएचएस एवं सैनिक विश्राम गृह तथा नैनीताल में सैनिक विश्राम गृह बनाए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उपनल के माध्यम से पूर्व सैनिकों को रोजगार के लिए विदेश भेजा जाएगा। जिसमें 50 प्रतिशत सिविलियन भी होंगे। उन्होंने कहा कि उपनल के माध्यम से राज्य के 22500 लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। जिनकी विनियमितीकरण की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले वीर जवानों को देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने कहा कि कारगिल की घाटियों, पहाड़ों और हवाओं में भारत के जवानों का दुश्मन के खिलाफ किया गया युद्ध, आज भी उसी वेग से गूंज रहा है।

कारगिल युद्ध में वीर भूमि उत्तराखंड के 75 जवान हुए थे शहीद
कारगिल युद्ध के दौरान भारत के शूरवीरों ने अदम्य साहस, उत्कृष्ट रणनीति, अद्वितीय पराक्रम का परिचय देते हुए दुश्मनों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में वीर भूमि उत्तराखंड के 75 जवान शहीद हुए थे। सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश के जवानों का मनोबल बढ़ाने के साथ ही सेना को अत्याधुनिक तकनीकों और हथियारों से लैस किया जा रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से मात्र चार दिनों में पाकिस्तान को घुटनों के बल पर लाकर खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से दुश्मनों को साफ संदेश दिया कि भारत की बहन-बेटियों के सिंदूर उजाड़ने वालों का नामो निशान मिटा दिए जाते हैं। हमारी सेना दुश्मन की गोली का जवाब गोलों से देती है।

परमवीर चक्र की अनुग्रह राशि 50 लाख से बढ़ाकर की डेढ़ करोड़
सीएम धामी ने कहा कि यह नया भारत है जो दुश्मनों की हर नापाक हरकत का करारा जवाब देता है। धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘वन रैंक-वन पेंशन योजना', नेशनल वॉर मेमोरियल का निर्माण, रक्षा बजट में वृद्धि एवं बॉर्डर पर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किए जाने से संबंधित कई निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शहीदों के आश्रितों को मिलने वाली अनुग्रह राशि को 10 लाख रुपए से बढ़ाकर 50 लाख रुपए, परमवीर चक्र से लेकर मेंशन इन डिस्पैच तक सभी वीरता पुरस्कारों से अलंकृत सैनिकों को दी जाने वाली एकमुश्त तथा वार्षिक धनराशि में भी वृद्धि की है। परमवीर चक्र की अनुग्रह राशि 50 लाख से बढ़ाकर डेढ़ करोड़ किया गया है।

शहीदों के परिवार के एक सदस्य को दी जा रही सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी में समायोजित किया जा रहा है और इसके लिए आवेदन करने की अवधि को भी दो वर्ष से बढ़ाकर पांच वर्ष कर दिया है। राज्य में वीरता पुरस्कार प्राप्त सैनिकों और पूर्व सैनिकों के लिए परिवहन निगम की बसों में यात्रा की निशुल्क व्यवस्था करने के साथ सेवारत व पूर्व सैनिकों हेतु 25 लाख रुपए तक की संपत्ति की खरीद पर स्टाम्प ड्यूटी में 25 प्रतिशत की छूट भी प्रदान की जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाएं हुई मजबूत - मंत्री गणेश जोशी
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारी सेनाएं बहुत मजबूत हुई हैं। कारगिल युद्ध में सैकड़ों जवान शहीद हुए, जिसमें हमारे राज्य के 75 जवान शहीद हुए। जिसमें से 31 शहीद जवान देहरादून क्षेत्र के ही थे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्रदेश के अब तक 1831 जवान शहीद हुए हैं, जिनमें से 1528 जवानों को वीरता पुरस्कार मिला है। 344 विशिष्ट सेवा पदक हमारे उत्तराखंड के वीर जवानों को मिले हैं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर सैनिकों के कल्याण के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शहीद जवानों के परिवार के एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने का कार्य किया गया है। जिसके माध्यम से अब तक 37 लोगों को रोजगार मिला है।

इस अवसर पर, राज्यसभा सांसद नरेश बंसल, विधायक खजान दास, विधायक सविता कपूर, दायित्वधारी विनोद उनियाल, सचिव, सैनिक कल्याण, दीपेंद्र चौधरी, मेजर जनरल शम्मी सबरवाल (से.नि), निदेशक, सैनिक कल्याण, ब्रिगेडियर अमृत लाल(से.नि), एमडी उपनल ब्रिगेडियर जे.एस.बिष्ट, (से.नि), ब्रिगेडियर के.जी बहल, (से.नि), जिलाधिकारी, देहरादून, सविन बंसल, एसएसपी अजय सिंह, अन्य सैन्य अधिकारी, पूर्व सैनिक एवं शहीदों के परिवारजन उपस्थित थे। 


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Content Editor

Vandana Khosla

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