उत्तराखंड के युवक को बंधुआ मजदूर की तरह रखा और करवाया जबरन काम, 15 वर्षों बाद ऐसे कब्जा मुक्त हुआ

punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 01:47 PM (IST)

उत्तराखंडः पंजाब के तरनतारन जिले के एक गांव की गौशाला में 15 वर्षों से बंधुआ मजदूर की तरह काम कर रहे उत्तराखंड के एक युवक को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के आदेश पर मुक्त कराया गया। यह कार्रवाई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनिल बलूनी के हस्तक्षेप के बाद की गई।

बलूनी ने बुधवार को बताया कि युवक को पंजाब के तरनतारन जिले के डिनेवाल गांव की एक गौशाला में पिछले 15 वर्षों से बंधुआ मजदूर की तरह रखा गया था, जहां उसे जबरन काम करने के लिए मजबूर किया गया। गढ़वाल से सांसद और भाजपा के मुख्य प्रवक्ता अनिल बलूनी ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो के बाद पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से संपर्क किया। इस वीडियो में एक युवक को कठिन हालात में मवेशियों की देखभाल करते हुए देखा गया था। बलूनी ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया के त्वरित हस्तक्षेप और त्वरित कार्रवाई के कारण उत्तराखंड के चमोली जिले के नारायणबगड़ क्षेत्र के एक युवक को 15 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद बंधुआ मजदूरी से मुक्त कराया गया।

एक बयान में कहा गया कि कटारिया ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। यादव ने तरनतारन जिले की पुलिस को बुलाया, जिसने कुछ ही घंटों में पीड़ित को ढूंढ निकाला और उसे गौशाला मालिक के कब्जे से छुड़ाया।


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Content Editor

Vandana Khosla

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