देहरादून समेत इन जिलों में 52 शिक्षक चिन्हित... फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र से नौकरी ली थी, जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 01:27 PM (IST)
देहरादूनः उत्तराखंड में फर्जी दिव्यांग प्रमाणपत्र के सहारे सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षकों का मामला गंभीर होता जा रहा है। शिक्षा विभाग की जांच में एलटी और प्रवक्ता श्रेणी के कुल 52 शिक्षक संदिग्ध पाए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 37 शिक्षक टिहरी जिले में तैनात हैं। जबकि देहरादून में सात, हरिद्वार और पौड़ी में तीन-तीन और उत्तरकाशी में दो शिक्षक चिन्हित हुए हैं।
जांच में यह भी सामने आया कि इन शिक्षकों में से पांच पहले ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं और छह लंबे समय से सेवा से अनुपस्थित चल रहे हैं। सभी शिक्षक 1987 से 2019 के बीच सरकारी सेवा में आए थे और नियुक्ति के दौरान संदिग्ध दिव्यांगता प्रमाण पत्रों का उपयोग किया गया था। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती ने गुरुवार को कहा कि शिक्षकों के सेवा अभिलेखों की गहन जांच जारी है और सभी जिलों से अपडेट रिकॉर्ड मंगाया गया है।
पहले की रिपोर्ट में भी कई शिक्षकों द्वारा आश्रित कोटा या अन्य आधार पर गलत दस्तावेज़ देकर नौकरी लेने की बात सामने आई थी। शिक्षा मंत्री की सख्ती के बाद विभाग ने कार्रवाई और तेज कर दी है। विभाग का कहना है कि प्रमाणपत्र फर्जी साबित होने पर संबंधित शिक्षकों की सेवा तुरंत समाप्त की जाएगी और अवैध रूप से प्राप्त वेतन की वसूली समेत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
