क्यों अपने ही राज्य के लिए नहीं खेल रहे उत्तराखंड के होनहार खिलाड़ी? प्रदेश के लिए बना चिंता का विषय
punjabkesari.in Tuesday, Feb 04, 2025 - 12:48 PM (IST)
38th National Games: 38वें नेशनल गेम्स में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने इतिहास रच दिया है। लेकिन ये इतिहास गर्व से ज्यादा चिंता का विषय बन गया है। क्योंकि ये खिलाड़ी अपने राज्य के लिए नहीं बल्कि दूसरे राज्यों के लिए पदक जीत रहे हैं। सवाल ये है कि आखिर उत्तराखंड में ऐसा क्या हो रहा है कि प्रतिभाशाली खिलाड़ी अपने ही प्रदेश से नहीं खेल रहे?
आपको बता दें कि उत्तराखंड के चमोली जिले के कुशाग्र रावत ने दिल्ली की टीम से खेलते हुए 3 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए हैं। वहीं, बेरीनाग की प्रतिष्ठा डांगी ने महाराष्ट्र के लिए खेलते हुए 3 सिल्वर मेडल जीतकर धमाल मचा दिया। हल्द्वानी के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में हुए स्विमिंग इवेंट में इन दोनों खिलाड़ियों ने अपना लोहा मनवाया है। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि आखिर ये खिलाड़ी अपने राज्य के बजाय दूसरे राज्यों का प्रतिनिधित्व क्यों कर रहे हैं? क्या उत्तराखंड में खिलाड़ियों को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल रही? क्या स्पोर्ट्स पॉलिसी इतनी कमजोर है कि राज्य के होनहार खिलाड़ी पलायन कर रहे हैं? या फिर खिलाड़ियों को बाहर ज्यादा मौके और संसाधन मिल रहे हैं?
वहीं,नेशनल गेम्स की मेजबानी करने वाले उत्तराखंड को अब यह सोचना होगा कि आखिर क्यों यहां के खिलाड़ी दूसरे राज्यों का रुख कर रहे हैं? क्या खेल प्रशासन की नीतियों में बदलाव की जरूरत है? क्या यहां के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने का समय आ गया है? इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं, लेकिन खिलाड़ियों की इस परफॉर्मेंस ने सिस्टम की पोल जरूर खोल दी है!