उत्तराखंड में पर्यटन मंत्री के पुत्र द्वारा टिहरी झील में क्रूज और याट बोट में आवेदन करने पर मचा बवाल

punjabkesari.in Thursday, Aug 22, 2024 - 04:42 PM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र भी बेरोज़गारों की फ़ौज में शामिल होते नजर आ रहे है। टिहरी झील में क्रूज बोट और याट बोट के संचालन के लिए आवेदन मांगे गए थे। इस दौरान स्थानीय लोगों में बवाल उस समय मच गया, जब पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के पुत्र सुयेश रावत ने भी आवेदन किया। वहीं यह सवाल भी उठाया गया कि अब जिला पर्यटन अधिकारी कैसे पर्यटन मंत्री के पुत्र के आवेदन को रिजेक्ट करेगा?

दरअसल, झील में होने वाले कार्यों को स्थानीय लोगों को देने की बात हुई थी। लेकिन मंत्री के पुत्र का इस संचालन के लिए आवेदन पत्र आने के बाद लोगों की चिंता बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि सुयेश रावत पौड़ी जिले के निवासी है, लेकिन यहां काम करने के लिए वे अपना पता देहरादून बता रहे हैं। सूत्रों की माने तो झील में क्रूज और याट बोट के संचालन के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 26 जुलाई 2024 निश्चित की गई थी, जिसे बढ़ाकर 17 अगस्त 2024 किया गया। आवेदन की तारीख बढ़ाने को लेकर आपदा को दोषी ठहराया गया, लेकिन आरोप है कि आवेदन की तारीख भी उन्हीं के लिए बढ़ाई गई थी, वरना आपदा आने से आवेदकों का क्या लेना देना।

इस मामले में सवाल उठाया गया कि जब अमृता रावत कांग्रेस सरकार में उद्यान मंत्री थी, तब महाराज फ़ैमिली पर विभाग से पॉली हाउस की सब्सिडी लेने को लेकर विधानसभा में भाजपा ने बहुत हल्ला किया था, अब भाजपा क्या करेगी? इसके साथ मंत्री के बेटे पर तंज कसते हुए कहा गया कि महाराज जी, कम से कम ये काम तो टिहरी के लोगों के लिए छोड़ देते।

वहीं दूसरी तरफ़ टिहरी की जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण के पुत्र ने भी आवेदन किया है। जिला पंचायत का अपर मुख्य अधिकारी भी इस सेलेक्शन कमेटी का सदस्य होता है। यहां फिर वही सवाल उठता है कि वो कैसे अध्यक्ष के बेटे का प्रजेंटेशन रिजेक्ट करेगा? प्रदेश में यदि मंत्रियों के बेटे ही कार्य करेंगे तो आम जनता कहा जाएगी। इसके अतिरिक्त यह एक बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है।

 

 


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Nitika

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