"उत्तराखंड में निवेश की व्यापक संभावनाएं" अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन में बोले CM धामी

punjabkesari.in Monday, Jan 13, 2025 - 09:34 AM (IST)

देहरादूनः देहरादून में अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा किया गया। वहीं, इस कार्यक्रम में 17 देशों से 60 से ज्यादा उत्तराखंडी प्रवासी पहुंचे। जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्र में किए गए कामों को साझा किया। इस सम्मेलन में उत्तराखंड में निवेश की संभावना, हॉस्पिटैलिटी-वेलनेस, कौशल विकास, विदेश में रोजगार और उच्च शिक्षा के साथ ही उद्यान जड़ी-बूटी में संभावना विषय पर पैनल डिस्कशन भी किया गया ।

"उत्तराखंड में निवेश की व्यापक संभावनाएं"
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य प्रवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि तेजी से विकसित हो रहे उत्तराखंड में निवेश की व्यापक संभावना है। इसके लिए साहसिक पर्यटन, पावर जेनरेशन, एरोमेटिक, विनिर्माण, कृषि, उद्यान, हर्बल, आयुष एंड वैलनेस इत्यादि में विकास की संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमने राज्य को निवेश डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने के लिए नीतिगत और ढांचागत दोनों स्तर पर बड़े सुधार किए हैं। काम शुरू करने में आसानी हो, इसके लिए नियमावली में उसके ही अनुरूप सुधार किए गए हैं। अपराधमुक्त और भयमुक्त समाज के लिए अनेक सख्त वैधानिक प्रावधान किए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में सड़क, रेल, हवाई अड्डा, रोपवे, संचार नेटवकर् का बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया गया है। इससे राज्य एक सुरक्षित, सुगम और आकर्षक निवेश स्थल के रूप में भी तेजी से उभर रहा है। उन्होंने कहा कि नीति आयोग की रैंकिंग भी इसी और इशारा करती है। उन्होंने आह्वान किया कि उत्तराखंड की पलायन जैसी विकट समस्या के समाधान के लिए अपनी मातृभूमि के किसी गांव, कस्बे को गोद लेते हुए उसको विकसित और संरक्षित करने का प्रण लें। उन्होंने कहा कि राज्य को आपकी योग्यता, अनुभव और तकनीकी ज्ञान की बहुत आवश्यकता है और राज्य की अपेक्षाओं और आकांक्षाओं को साकार करने में यह महत्वपूर्ण भी है।

"आज बदलते उत्तराखंड में युवाओं के काम करने के लिए बहुत संभावनाएं"
सीएम धामी ने कहा कि यह सम्मेलन सांस्कृतिक और सामाजिक जुड़ाव का एक विशिष्ट महोत्सव भी है। हमारे प्रवासी उत्तराखंडी अपनी ईमानदारी, मेहनत और समर्पण के लिए देश-विदेश में सम्मान की द्दष्टि से देखे जाते हैं। कहा कि जिस तरह से देश-विदेश में भारत का नाम आप लोग रोशन कर रहे हैं इसी तरह से अपनी मातृभूमि उत्तराखंड का नाम भी रोशन करें। उन्होंने कहा कि हमने प्रवासियों से बेहतर समन्वय और सहयोग प्रदान करने के लिए प्रवासी प्रकोष्ठ का भी गठन किया है। हम शीघ्र वेंचर फंड का भी प्रावधान करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 उत्तराखंड के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। इस वर्ष राज्य अपना रजत उत्सव मना रहा है। आगामी 28 जनवरी से राज्य राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी के लिए तैयार है। इसी माह समान नागरिक संहिता कानून लागू करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमने शीतकालीन पर्यटन की शुरुआत भी की है। जो राज्य की आर्थिक के लिए गेम चेंजर साबित होगा। प्रवासियों ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि किस तरह से उन्होंने भी बचपन में यहां की पगडंडिया नापी है। तब के और आज के उत्तराखंड में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। उन्होंने कहा कि तब हमने रोजगार की तलाश में विदेश का रुख किया था। जबकि आज बदलते उत्तराखंड में युवाओं के काम करने के लिए बहुत संभावनाएं है।

राज्य के गांव को गोद लेने वाले उत्तराखंड प्रवासियों को किया सम्मानित
प्रवासी उत्तराखंडी गिरीश पंत, अनीता शर्मा, देव रतूड़ी, विनोद जेठुडी, एके काला और शैलेश उप्रेती ने सम्मेलन की पहल के लिए मुख्यमंत्री धामी और राज्य सरकार की सराहना की। सम्मेलन में अनेक प्रवासियों ने अपनी मातृभाषा में संबोधन किया। जो मातृभूमि के प्रति उनका गहरा नाता प्रदर्शित कर रहा था। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास में अपना योगदान देने वाले तथा राज्य के गांव को गोद लेने वाले उत्तराखंड प्रवासियों को सम्मानित भी किया। उन्होंने विभिन्न महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा ‘हाउस आफ हिमालय उत्तराखंड ब्रांड' से विक्रय किए जाने वाले उत्पादों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। सम्मेलन में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ, अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन, पूर्व पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, रंजीत कुमार सिन्हा, विनोद कुमार सुमन, दीपेंद्र चौधरी, आयुक्त, गढ़वाल, विनय शंकर पांडेय, डीआईजी, सूचना, बंशीधर तिवारी सहित विभिन्न गणमान्य उपस्थित रहे। 


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Content Editor

Vandana Khosla

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