निर्वाचन प्रक्रिया पर आरोप लगाने का नैतिक अधिकार किसी को नहीं: सांसद महेंद्र भट्ट

punjabkesari.in Tuesday, Apr 30, 2024 - 04:21 PM (IST)

 

देहरादूनः उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस नेताओं द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया की आलोचना करने पर कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया पर राजनीतिक आरोप लगाने का नैतिक अधिकार किसी को नहीं है। उन्होंने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर कांग्रेसी आरोपों को लोकसभा चुनाव में दिखाई दे रही निश्चित हार के प्रति हताशा बताया है। साथ ही भाजपा की अंदरूनी गतिविधियों पर टिप्पणियों के लिए कांग्रेस पर तंज किया कि उन्हें अपनी पार्टी में शेष रहे गिने चुने लोगों को वहां बनाए रखने की चिंता करनी चाहिए, क्योंकि पंचायत और निकाय चुनाव में बड़े पैमाने पर उनके नेता कार्यकर्ता फिर कांग्रेस को छोड़ने वाले हैं।

देहरादून स्थित प्रदेश मुख्यालय में संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में भट्ट ने बताया कि राज्य में रिक्त दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हेतु पार्टी ने चुनाव प्रभारी की नियुक्ति की है। जिसके तहत बद्रीनाथ सीट के लिए विजय कपरवान एवं मंगलोर सीट के लिए अजीत चौधरी को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने नगरीय निकाय चुनावों पर कांग्रेस के आरोपों पर पूछे सवालों का जवाब देते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्था है और किसी को भी उसकी प्रक्रिया पर आरोप लगाने का नैतिक हक नही है। भाजपा अध्यक्ष ने सरकार पर इस संबंध में लगाए आरोपों पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष अच्छे से जानता है, निर्वाचन आयोग की प्रक्रिया से सरकार का कोई लेना देना नही है। लिहाजा, उनके सभी आरोप तथ्यों से परे और बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक सुझाव की बात है तो उसे सभी दे सकते हैं। हमारे संज्ञान में भी मतदाता सूची को लेकर बड़े पैमाने पर त्रुटियां होने की जानकारी आई हैं। जिस संबध में निर्वाचन आयोग के अधिकारियों से चर्चा की गई है। साथ ही नगर निकाय मंत्री से भी फोन पर वार्ता हुई है। उन्होंने कहा कि सात से 10 दिन लगाकर, बीएलओ को डोर टू डोर संपर्क कर सूची को दुरस्त करना चाहिए।

भट्ट ने ईवीएम की सुरक्षा पर पौड़ी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल के आरोपों पर पलटवार कर कहा कि चुनाव आयोग और संवैधानिक प्रक्रिया पर झूठे आरोप लगाना कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है। आज उन्हें सुरक्षा बलों पर विश्वास नहीं, चुनाव आयोग पर विश्वास नहीं और उसके अधीन प्रशासनिक तंत्र पर भी विश्वास नहीं है। जबकि ईवीएम की सुरक्षा को लेकर लगभग यही प्रक्रिया पहले भी अपनाई जाती रही हैं। भट्ट ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के हाल में दिए निर्णय के बाद अब तो कम से कम कांग्रेस नेताओं को ईवीएम को लेकर बयान बाजी से बचना चाहिए। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस को कोई शंका है तो उन्हें अपने कार्यकर्ताओं को ईवीएम स्ट्रांग रूम परिसर में तैनात करना चाहिए। साथ ही वहां सीसीटीवी कैमरा से भी 24 घंटे निगरानी की जा रही है उसकी रिकॉर्डिंग देखने का अधिकार सभी को है। ऐसे तमाम आरोपों से एक ही बात साबित होती है कि कांग्रेस बुरी तरह चुनाव हारने जा रही है।

भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह की भाजपा को लेकर की गई टिप्पणी पर कहा कि उन्हें अपनी पार्टी में शेष रह गए लोगों को रोके रखने की चिंता करनी चाहिए। बजाय हमारी पार्टी में आए लोगों की। क्योंकि आने वाले दिनों में निकाय एवं पंचायत चुनाव में बड़ी संख्या में कांग्रेसियों का पाला बदलना तय है, लेकिन हम भी चाहते हैं कांग्रेस अब नही टूटे। उन्होंने इसके साथ ही, कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि हमारी पार्टी में जो लोग आते हैं, उनकी चिंता हम सब करते हैं। और जो छोड़कर चले भी जाते हैं, उसे हम अपनी कमी मानते हैं, कांग्रेस की तरह आरोप नही लगाते हैं।


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Nitika

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