खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित संगठन ने रामनगर G20 बैठक को लेकर दी धमकी, कई लोगों को किया धमकी भरा फोन
punjabkesari.in Monday, Mar 27, 2023 - 04:22 PM (IST)
देहरादून: प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक संगठन ने मंगलवार से उत्तराखंड के रामनगर में होने वाली जी-20 की बैठक से पहले कई लोगों को धमकी भरा फोन किया है। अधिकारियों का कहना है कि संगठन जी-20 की बैठक के जरिए मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहता है। अधिकारियों ने बताया कि रविवार देर रात उत्तराखंड में कई लोगों के फोन पर संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस' के मुखिया गुरपतवंत सिंह पन्नू का फोन आया, जिसमें कहा गया कि ‘‘रामनगर भारत का हिस्सा नहीं है और पंजाब को आजादी दिलाने के बाद रामनगर खालिस्तान का भाग बना लिया जाएगा''।
मामले की जांच में जुटी STF की टीम
अधिकारियों ने कहा कि प्रतीत होता है कि पन्नू जी-20 बैठक के दौरान मामले का अंतरराष्ट्रीयकरण करना चाहता है। उन्होंने बताया कि इस तरह के धमकी भरे फोन सैकड़ों नंबरों पर किए गए जिनमें कुछ पत्रकार भी शामिल हैं। राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (IG) (STF) सेंथिल अबूदई कृष्णराज एस. ने बताया कि जिन नंबरों से ऐसे रिकॉर्ड किए गए फोन आ रहे हैं, उनका पता लगाया जा रहा है। आईजी ने कहा कि विशेष कार्य बल (STF) मामले में जांच कर रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि पन्नू रामनगर में होने वाली जी-20 बैठक के जरिए लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रहा है।
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रामनगर में आगामी मंगलवार को होगी जी-20 बैठक
उन्होंने कहा, हालांकि उत्तराखंड पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और इन अलगाववादियों का मकसद हम पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा, ‘‘जी-20 को लेकर बैठक में सुरक्षा का पूरा इंतजाम है। हमारे वरिष्ठ अधिकारी वहां नजर रखे हुए हैं।'' रामनगर में जी-20 देशों के मुख्य विज्ञान सलाहकारों की मंगलवार से तीन दिवसीय गोलमेज बैठक हो रही है। उधर, खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे' संगठन के फरार प्रमुख अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की तलाश को लेकर ऊधमसिंहनगर जिले में भी पुलिस अलर्ट पर है। जिले में सिखों की अच्छी खासी आबादी है।
अमृतपाल की तलाश में पुलिस चला रही है सत्यापन अभियान
पंजाब पुलिस और ख़ुफ़िया एजेंसियों से मिली गुप्त सूचना के बाद पुलिस विशेषकर ऊधमसिंहनगर जिले की नेपाल से लगी सीमा और उत्तर-प्रदेश से रामपुर, पीलीभीत और बरेली जिले की सीमाओं पर सघन जांच कर रही है। हर आने-जाने वाले सरकारी और निजी वाहनों की जांच की जा रही है तथा धार्मिक स्थलों पर भी निगाह रखी जा रही है। इस मामले में नगर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार कत्याल ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे धार्मिक स्थलों एवं वाहनों की तलाशी का अभियान चलाया जा रहा है। नेपाल सीमा पर भी आने-जाने वालों पर विशेष निगाह रखी जा रही है। अमृतपाल की तलाश में पुलिस सत्यापन अभियान भी चला रही है।
भारत-नेपाल सीमा पर रखी जा रही है पैनी नजर
इसके अलावा, अमृतपाल और उसके साथियों के पोस्टर भी जारी कर जगह-जगह चस्पा कर दिए गए हैं। पंजाब पुलिस को आशंका है कि अमृतपाल यहां शरण लेकर नेपाल या किसी दूसरे देश में भाग सकता है और इसी के मद्देनजर उसने उत्तराखंड पुलिस को अलर्ट किया है। इस बीच, पिथौरागढ़ में भी सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और राज्य पुलिस द्वारा भारत-नेपाल सीमा पर भी अमृतपाल और उसके सहयोगियों की गतिविधियों को लेकर कड़ी निगाह रखी जा रही है।