उधम सिंह नगर में 65 बच्चों की शिक्षा पर संकट, अभिभावकों को सता रहा वैकल्पिक शिक्षा केंद्र बंद होने का डर

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2024 - 02:35 PM (IST)

उधम सिंह नगर: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर में से 65 बच्चों की शिक्षा पर संकट को लेकर खबर सामने आई है। दरअसल, जनपद में जसपुर की गुर्जर बस्ती में टीन शेड के नीचे वैकल्पिक शिक्षा केंद्र विगत 14 वर्षो से चल रहा था। इसी बीच विभागीय स्तर की ओर से इस शिक्षा केंद्र को बंद कर दिया गया था। बताया गया कि इस शिक्षा केंद्र में 65 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। हालांकि काफी मशक्कतों के बाद शिक्षा केंद्र को चालू कर दिया गया है। लेकिन अभिभावकों में अभी भी इस वैकल्पिक शिक्षा केंद्र के बंद होने का डर बना हुआ है। साथ ही उन्हें अपने बच्चों का भविष्य अंधकार में डूबने की चिंता सता रही है। ऐसे में उन्होंने सरकार से मांग की है कि इस वैकल्पिक शिक्षा केंद्र को चालू रखा जाए और सरकार की योजना का लाभ भी केंद्र के बच्चों को मिले ।

जानकारी के अनुसार जसपुर विधानसभा क्षेत्र के नगर पंचायत करनपुर के जंगलों के बीच गुर्जरों के लगभग 61 परिवार विगत 50 वर्षों से वन विभाग की भूमि में बसे है। वहीं इन गरीब परिवारों के बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वैकल्पिक शिक्षा केंद्र सन 2009 से खोला गया था। इसके चलते गुर्जर बस्ती के बच्चे एक टीन शेड के नीचे 14 वर्षों से पढ़ रहे थे। बताया गया कि इस केंद्र में 65 बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे तथा 3 अध्यापक शिक्षा दे रहे थे । वहीं आगे बताया गया कि यह वैकल्पिक शिक्षा केंद्र विगत 31 मार्च 2024 को बंद कर दिया गया था। ऐसे में अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई की चिंता सताने लगी। इसके चलते स्थानीय ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक तथा उपजिलाधिकारी से मुलाकात की। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें अपनी परेशानी से अवगत कराया। साथ ही एसडीएम को जिलाधिकारी महोदय के नाम ज्ञापन भी सौंपा। इसमें केंद्र को फिर से सुचारू रूप से चलने के लिए मांग की गई थी। वहीं इस मशक्कत के बाद जाकर शिक्षा केंद्र 5 महीने के बाद चालू हो सका। लेकिन अब ग्रामीणों को वैकल्पिक शिक्षा केंद्र फिर से बंद ना हो जाए उसकी चिंता सताने लगी है।

वहीं इस मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी कुंवर सिंह रावत ने बताया कि गवर्नमेंट ऑफ इंडिया का उद्देश्य है कि बच्चों को स्थाई रूप से पठन-पाठन विद्यालय में कराया जाए। वहीं इस बारे में अभिभावकों को बताया गया है लेकिन वह लोग इस बात पर राजी नहीं है। अधिकारी ने बताया कि इन बच्चों को वैकल्पिक रूप से नही बल्कि स्थाई रूप से शिक्षा प्राप्त हो उसके लिए व्यवस्था कर रहे हैं। शिक्षा अधिकारी ने बताया कि कम से कम इस वर्ष इन 65 बच्चों को शिक्षा जारी रखने के लिए जो धनराशि प्राप्त हुई है। उस धनराशि के माध्यम से हम वहां पर इस वर्ष वैकल्पिक केंद्र चलाएंगे। इसके अतिरिक्त अगले वर्ष हर हाल में उसको हम नियमित विद्यालय में ही एडमिट कराएंगे।
 


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Content Editor

Vandana Khosla

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