ऑनलाइन ट्रेडिंग करने के नाम पर लाखों की ठगी... फर्जी एड से यूं फंसाते थे, STF ने दो साइबर अभियुक्तों को दबोचा
punjabkesari.in Friday, Feb 14, 2025 - 12:19 PM (IST)
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नैनीताल/देहरादूनः उत्तराखंड पुलिस की विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने साइबर धोखाधड़ी करने वाले दो शातिर अपराधियों को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया है। आरोपी आनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को अपना शिकार बनाते थे। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नवनीत सिंह ने गुरुवार को इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि पिछले माह नैनीताल में धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया था। पीड़ति ने रुद्रपुर साइबर थाना में एक तहरीर देकर 90 लाख की धोखाधड़ी का आरोप लगाया था। एसटीएफ ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
फर्जी एप में दिखाते थे लाखों का मुनाफा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साइबर धोखेबाजों ने आनलाइन ट्रेंडिंग के नाम पर मुनाफा कमाने के लिए सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन जारी किया। विज्ञापन में विदेशी कंपनी का हवाला देते हुए आईपीओ में निवेश करने का प्रलोभन दिया गया। आरोपियों ने अलग अलग खातों में पैसा जमा करवाया। आरोपी लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए फर्जी एप में लाखों का मुनाफा भी दिखाते थे। विश्वास में लेने के बाद साइबर अपराधी अलग-अलग खातों में पैसा जमा करवाते थे। कुमाऊं साइबर पुलिस के निरीक्षक शरद चौधरी ने अपनी टीम के साथ बैंक खातों और मोबाइल नंबर की जानकारी लेकर गहराई से जांच शुरू की।
दोनों साइबर ठगो को जयपुर से किया गिरफ्तार
आखिरकार एसटीएफ टीम ने दो शातिर अपराधियों संतोष कुमार मीणा और नीरज कुमार मीणा निवासी राजस्थान को चिन्हित किया। एसटीएफ टीम ने दोनों अपराधियों को पकड़ने के लिए कई जगह दबिश दी और दोनों को जयपुर से गिरफ्तार किया। एसटीएफ को प्रारंभिक जांच में पता चला है कि बैंक खातों में 05 महीने में ही 75 लाख रूपये का लेन-देन किया गया है। जांच में पाया गया कि आरोपियों के बैंक खातों के विरुद्ध देश के विभिन्न राज्यों में साईबर मामले में 06 शिकायतें दर्ज हुई हैं। जांच टीम को आरोपियों से धोखाधड़ी में प्रयुक्त होने वाले कई मोबाइल फोन, सिम कार्ड, चैक बुक एवं डेबिट कार्ड के साथ ही अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं। एसटीएफ विस्तृत जांच में जुट गई है।