Uttarakhand: CM योगी ने लोगों से किया आग्रह, कहा- उत्तराखंड को बनाएं नशामुक्त
punjabkesari.in Friday, Feb 07, 2025 - 10:07 AM (IST)
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पौड़ीः उत्तर प्रदेश (यूपी) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को तीन दिवसीय भ्रमण पर अपने पैतृक राज्य उत्तराखंड के पैतृक जनपद पौड़ी गढ़वाल पहुंचे। भ्रमण के पहले दिन उन्होंने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी में ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ महाराज की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इसके बाद उन्होंने अपने पिता स्व. आनंद सिंह बिष्ट के स्मृति पार्क में 100 फुट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज का लोकार्पण और दो दिवसीय किसान मेले का उद्घाटन किया।
"उत्तराखंड में डेयरी और पशुपालन की अपार संभावनाएं"
योगी आदित्यनाथ ने किसान मेले का उद्घाटन करने के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ और पूजनीय पिताजी ने इस महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय विथ्याणी की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने भारत में खाद्यान्न संकट की स्थिति का उल्लेख करते हुए कहा कि पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय ने हरित क्रांति की शुरुआत कर देश को खाद्य सुरक्षा प्रदान करने में अहम योगदान दिया था। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत की जनसंख्या लगभग 140 करोड़ है, जिसमें 80 करोड़ लोगों को सरकार पिछले पांच वर्षों से मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। यूपी के मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में डेयरी और पशुपालन की अपार संभावनाओं पर जोर देते हुए कहा कि बकरी का दूध अत्यधिक गुणकारी होता है और कई रोगों के उपचार में सहायक है।
"पलायन रोकने के लिए कृषि और पशुपालन को मिले बढ़ावा"
सीएम योगी ने कहा कि स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग और कृषि व पशुपालन को बढ़ावा देकर आत्मनिर्भरता प्राप्त की जा सकती है, जिससे पलायन को रोका जा सकेगा। उन्होंने बताया कि मेले के माध्यम से स्थानीय लोगों को बकरी व कुक्कुट वितरण किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड को भारत का मुकुट मणि बताते हुए कहा कि यह राज्य राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने प्रदेश को नशामुक्त बनाने और इसे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में कार्य करने की अपील की।
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री समेत वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
वहीं,इस अवसर पर उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत, स्थानीय विधायक रेनू बिष्ट, कुलपति गोविंद बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय डा मनमोहन सिंह चौहान, निदेशक, राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान केंद्र, करनाल, धीर सिंह, संयुक्त निदेशक, उच्च शिक्षा, एके उनियाल, सचिव, बिपिन रावत वार मेमोरियल संस्था मनजीत नेगी, मुख्य विकास अधिकारी गिरीश गुणवंत, विथ्याणी महाविद्यालय के प्राचार्य योगेश कुमार शर्मा, संयुक्त मजिस्ट्रेट, पौड़ी दीपक रामचंद्र सेठ, उप जिलाधिकारी, यमकेश्वर, अनिल चन्याल, उपजिलाधिकारी, लैंसडाउन शालिनी मौर्य, उप जिला अधिकारी श्रीनगर नूपुर वर्मा सहित अन्य अधिकारी व स्थानीय लोग उपस्थित थे।