निलंबित DFO किशन चंद को नहीं मिली जमानत, कोर्ट ने सरकार से आपत्ति दर्ज करने को कहा

punjabkesari.in Saturday, Feb 04, 2023 - 10:45 AM (IST)

नैनीतालः उत्तराखंड में कार्बेट पार्क के कालागढ़ वन प्रभाग में अवैध निर्माण व वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में जेल में बंद भारतीय वन सेवा के पूर्व अधिकारी व निलंबित प्रभागीय वनाधिकारी किशन चंद को शुक्रवार को उत्तराखंड उच्च न्यायालय से जमानत नहीं मिल पाई है। अदालत ने सरकार से इस मामले में तीन सप्ताह में आपत्ति दर्ज करने को कहा है। 

किशन चंद के जमानत प्रार्थना पत्र पर न्यायमूर्ति आलोक वर्मा की एकलपीठ में सुनवाई हुई। याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि वह गंभीर रूप से बीमार है। जेल में रहकर विधिवत उपचार नहीं हो पा रहा है। अदालत ने कहा कि आरोप गंभीर हैं और सरकार का पक्ष सुने बगैर कोई निर्णय नहीं लेना संभव नहीं है। अदालत ने सरकार से तीन सप्ताह में आपत्ति पेश करने को कहा है। साथ ही सुनवाई के लिए 27 फरवरी की तिथि नियत कर दी। 

किशन चंद पर कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के कालागढ़ वन प्रभाग के पाखरो व मोरघट्टी में टाइगर सफारी के नाम पर पेड़ों के अवैध पातन व अनियमितता के आरोप हैं। सरकार की ओर से इस मामले की जांच विजिलेंस को सौंपी गई है। विजिलेंस की ओर से मुख्य आरोपी तत्कालीन प्रभागीय वनाधिकारी को गिरफ्तार कर जेल में भेज दिया गया है। आरोपी जेल में बंद है। विजिलेंस की ओर से किशन चंद और अन्य आधे दर्जन लोगों के खिलाफ हल्द्वानी में भ्रष्टाचार, वन संरक्षण अधिनियम के अलावा भारतीय वन अधिनियम जैसे संगीन मामलों में अभियोग पंजीकृत किया गया है। 


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Ramanjot

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