भगवान नर-नारायण की जयंती का उल्लासपूर्वक समापन, अष्टाक्षरी क्षेत्र मार्ग से भ्रमण कर बद्रीनाथ मंदिर में विराजमान हुईं मूर्तियां

punjabkesari.in Saturday, Aug 10, 2024 - 04:46 PM (IST)

चमोलीः उत्तराखंड के बदरीनाथ धाम में भगवान नर-नारायण की जन्म जयंती एवं जन्मोत्सव का आज उल्लासपूर्वक समापन हो गया है। इससे पहले लीला ढुंगी में भगवान बदरीनाथ जी का अभिषेक, पूजा-हवन व भजन-कीर्तन हुआ। वहीं इसके बाद बामणी गाँव स्थित मां नंदा मंदिर एवं अष्टाक्षरी मार्ग से भ्रमण पश्चात भगवान नर- नारायण की उत्सव डोली वापस श्री बदरीनाथ मंदिर पहुंची। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान नर-नारायण के दर्शन किए।

 लीला ढुंगी में हुई विशेष पूजा-अर्चना
 बता दें कि श्री नर-नारायण जयंती बीते शुक्रवार श्रावण शुक्ल पंचमी को शुरू हुई थी। इस दौरान भगवान नर-नारायण जी की विग्रह मूर्ति ने माता के मंदिर का भ्रमण किया। वहीं आज यानी शनिवार को प्रात: जन्मोत्सव के अवसर पर लीला ढुंगी में पहुंचकर अभिषेक व पूजा-अर्चना की गई। इसी के साथ लीला ढुंगी में  बद्रीनाथ मंदिर के पुजारी, धर्माधिकारी तथा वेदपाठी ने भगवान नर-नारायण की पूजा अर्चना की एवं अभिषेक संपन्न किया। इसके पश्चात श्री नर-नारायण जी की विग्रह मूर्तियों ने ऋषि गंगा से आगे मां नंदा मंदिर बामणी का भ्रमण किया, जहां भगवान नर- नारायण ने मां नंदा से भेंट की।

भारी तादाद में मौजूद रहे भक्तगण
 वहीं बामणी गांव से आज पूर्वाह्न को श्री नर-नारायण जी की विग्रह मूर्तियां अष्टाक्षरी क्षेत्र मार्ग से भ्रमण कर वापस श्री बदरीनाथ मंदिर में विराजमान हो गई है। इसी के साथ दो-दिवसीय भगवान नर- नारायण जयंती का समापन हो गया है। इस जयंती के समापन पर श्रद्धालुओं को प्रसाद भी वितरित किया गया। वहीं इस अवसर पर मंदिर के कर्मचारी, अधिकारी तथा भक्तगण भारी तादाद में मौजूद रहे।


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Ramanjot

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