हल्द्वानी में 55 वर्षीय युवती ने भगवान श्री कृष्ण संग रचाई शादी, सैकड़ों की संख्या में लोग हुए शामिल
punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2024 - 10:18 AM (IST)
हल्द्वानी : उत्तराखंड के हल्द्वानी में 55 वर्षीय युवती ने भगवान श्री कृष्ण संग शादी रचाई है। दरअसल, भावना नामक युवती पिछले 30 सालों से हल्द्वानी के आवास विकास क्षेत्र स्थित पंचेश्वर मंदिर में भगवान श्री कृष्ण की सेवा में लगी हुई है। इसी बीच श्री कृष्ण के साथ अटूट प्रेम होने पर युवती ने भगवान कृष्ण के साथ शादी रचा ली। बता दें कि शादी कुमाऊंनी रीति रिवाज के साथ सम्पन्न हुई है। वहीं, इस शादी समारोह में सैकड़ो की संख्या में लोग शामिल हुए।
पंचेश्वर मंदिर में 30 सालों से श्री कृष्ण की सेवा कर रही भावना
मिली जानकारी के अनुसार हल्द्वानी की युवती के साथ भगवान की शादी के लिए कान्हा जी की मूर्ति वृंदावन से मंगाई गई थी। वहीं, पंचेश्वर मंदिर में कान्हा जी धूमधाम के साथ बारात लेकर पहुंचे। जहां पूरे रीति रिवाज के साथ 55 वर्षीय भावना और कान्हा जी की शादी हुई। इस दौरान शादी में सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। बारात में आए हुए सभी मेहमानों के लिए पंचेश्वर मंदिर समिति की ओर से खाने पीने का प्रबंध भी किया गया था। कान्हा जी से शादी रचाने के बाद भावना बेहद खुश नजर आई। दुल्हन के लिबास में सजी संवरी भावना ने कहा कि आज उनका सपना पूरा हो गया है। भावना ने कहा कि वह बचपन से ही कान्हा जी से प्रेम करती है और 30 सालों से मंदिर में भगवान की सेवा कर रही हैं। कान्हा जी के साथ शादी होने पर बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। वहीं, दुल्हन बनी भावना के भाई ने बताया कि उन्हें आज बहुत खुशी हो रही है कि उनकी बहन दुल्हन के लिवाज में है और उसने भगवान कृष्ण से शादी रचाई है।
माता-पिता का देहांत होने की वजह से अभी तक नहीं हुई थी शादी
इस कार्यक्रम के आयोजक पंचेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया की भावना के माता-पिता का देहांत होने की वजह से उसकी शादी नहीं हो पाई और उसके मन में यह विचार आया कि वह कान्हा जी से शादी रचा ले। वह पिछले 30 सालों से मंदिर में आकर रोज भगवान की सेवा करती हैं। मंदिर समिति ने कॉलोनी वासियों की मदद से इस शादी को संपन्न कराया है। जिसके लिए उन्होंने सभी का धन्यवाद किया। इस अनोखी शादी में सैकड़ो की संख्या में पहुंचे लोगों ने दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद प्रदान किया।