उत्तराखंड के कुमाऊं में भारी बारिश जारी... जनजीवन अस्त-व्यस्त, नदियों का जलस्तर बढ़ा; कई सड़कें बंद
punjabkesari.in Tuesday, Sep 02, 2025 - 03:53 PM (IST)

नैनीतालः उत्तराखंड के कुमाऊं में लगातार हो रही भारी बरसात से जन जीवन बुरी तरह से प्रभावित है। नदियां ऊफान पर हैं। भूस्खलन के चलते लगभग पांच दर्जन सड़कें बंद हैं। जलाशयों पर भी खतरा मंडरा रहा है। मंडल के सभी जिले अतिवृष्टि से प्रभावित हैं। पहाड़ों में लगातार भारी बारिश हो रही है। इससे मैदानी क्षेत्रों में नदियां और जलाशयों का जलस्तर बढ़ गया है। उधम सिंह नगर जिले में स्थित नानक सागर, बैगुल और ढौरा जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे डाउन स्ट्रीम क्षेत्र में रह रहे लोगों पर बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है।
उत्तराखंड सिंचाई विभाग की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है और चौबीस घंटे निगरानी की जा रही है। जलस्तर पर निगरानी और आपात स्थिति से निपटने के लिए अधिकारियों की तैनाती की गई है। नैनीताल जिले में भी नदी नाले उफान पर हैं। गोला और अन्य नदियों के साथ ही शेरनाला, रकसिया और धनगढ़ नालों में जलस्तर बढ़ गया है। आवाजाही प्रभावित हुई है। गौला पुल पर सुरक्षा के लिहाज से भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया है।
उधर, नैनीताल में आज बड़ा हादसा होने से बचा। एक भारी बोल्डर एक कार पर आ गिरा। इससे कार का बोनट बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार कार में हरिद्वार के श्याम कुमार और सुभाष दो लोग सवार थे। दोनों मामूली रूप से घायल हो गए। पुलिस प्रशासन मौके पर गया और दोनों को अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया।
अल्मोड़ा में भी भारी बारिश का असर देखने को मिला है। यहां भी भूस्खनल के चलते 56 सड़कें बंद हैं। जिनमें दो राष्ट्रीय राजमार्ग शामिल हैं। जिलाधिकारी आलोक कुमार पांडेय ने मौसम की भयावहता को देखते हुए अलर्ट घोषित कर दिया है और आईआरएस सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। साथ ही सिस्टम के तहत तैनात अधिकारियों को आपदा नियंत्रण कक्ष में तैनाती के आदेश कर दिए हैं तथा किसी भी अप्रिय स्थिति में तत्काल कदम उठाने को कहा गया है।
चंपावत में भी अतिवृष्टि के चलते जन जीवन पर बुरा असर पड़ा है। यहां कुल 14 सड़कें बंद हैं। एनएच 09 पिछले पांच दिन से बंद है। यहां स्वाला और टिफिन टॉप में लगातार भूस्खलन हो रहा है। इसी के साथ ही पिथौरागढ़ में काली नदी का जलस्तर चेतावनी के स्तर 889 से 889.50 मीटर पहुंच गया है। यहां नदी किनारे लोगों को एहतियात बरतने को कहा गया है।