उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही, 2 मजदूरों की मौत....यमुना नदी तट पर मिले शव
punjabkesari.in Sunday, Jun 29, 2025 - 05:35 PM (IST)

उत्तरकाशी: लगातार बारिश के बीच उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर रविवार तड़के बड़कोट क्षेत्र में पालीगाड़ और ओजरी डाबरकोट के बीच सिलाई बैंड के पास बादल फटने से दो मजदूरों की मौत हो गई तथा सात अन्य लापता हो गए। इस बीच, प्रदेश में वर्षा और उसके कारण भूस्खलन सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं की आशंका के मद्देनजर चारधाम यात्रा 24 घंटे के लिए स्थगित कर दी गई है।
उत्तरकाशी जिला आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि रविवार तड़के करीब तीन बजे हुई घटना में लापता हुए मजदूरों के शव बरामद हो गए हैं। ये शव घटनास्थल से 18 किलोमीटर दूर यमुना नदी तट पर तिलाड़ी शहीद स्मारक के पास मिले। उनकी शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पानी और मलबे के साथ बह गए सात अन्य लापता मजदूरों को ढूंढने के लिए पुलिस, प्रशासन, राज्य आपदा प्रतिवादन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल सहित अन्य एजेंसियां राहत एवं बचाव कार्य चला रही हैं। सिलाईबैंड के पास एक होटल के निर्माण कार्य में लगे 29 मजदूर वहीं रहते थे जिनमें से 20 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया था।
ओजरी के पास टूटा सड़क संपर्क
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने कहा कि होटल के पास यह एक नया भूस्खलन क्षेत्र विकसित हुआ है। बड़कोट के थाना प्रभारी दीपक कठेत ने बताया कि हादसे में लापता मजदूर नेपाली मूल के हैं। बादल फटने के बाद से सिलाई बैंड के अलावा यमुनोत्री राजमार्ग दो से तीन अन्य जगहों पर भी बंद है जिसे राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम खोलने के प्रयास में जुटी है। वहीं, ओजरी के पास सड़क संपर्क टूट गया है। जिला आपदा नियंत्रण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, लगातार बारिश के कारण यमुना नदी का भी जलस्तर बढ़ा हुआ है जबकि स्यानाचट्टी में भी कुपड़ा कुंशाला त्रिखिली मोटर पुल खतरे में आ गया है।