रुद्रप्रयाग में झुक रहा तृतीय केदार तुंगनाथ मंदिर...दीवारों पर आ गई दरारें, समिति ने जीर्णोद्धार के लिए की कवायद तेज

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2024 - 12:30 PM (IST)

रूद्रप्रयाग: उत्तरखंड के रूद्रप्रयाग में पंच केदारों में एक तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ मंदिर लगातार झुक रहा है। इसके चलते मंदिर के अस्तित्व पर संकट पैदा हो गया है हालांकि मंदिर समिति ने तुंगनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए कवायद तेज कर दी हैं।

दरअसल,एशिया की सबसे ऊँचाई पर स्थित शिव मंदिर तुंगनाथ मंदिर भू-धसाव से लगातार एक तरफ झुक रहा है। इस दौरान मंदिर की दीवारों पर मोटी मोटी दरारें आ गई हैं। साथ ही मंदिर के सभा मंडप में छत से पानी रिस रहा है। वहीं स्थानीय तीर्थ पुरोहित लम्बे समय से मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनका कहना है कि यहां निर्माण कार्यों में वन अधिनियम आडे आ रहे हैं, जिससे मंदिर का जीर्णोद्धार नहीं हो पा रहा है। वहीं श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने कहा कि तुंगनाथ मंदिर में भू धंसाव से मंदिर को हो रहे नुकसान उनके संज्ञान में है।

अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने बताया कि मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए गत वर्ष उनके द्वारा जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया व आर के लॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया से अध्ययन करवाया गया। जिसकी रिपोर्ट मंदिर समिति के पास आ गई हैं जबकि सीबीआरआई रुड़की की टीम ने भी तुंगनाथ मंदिर का अध्ययन किया है। इन टीमों की अध्ययन रिपोर्ट में जो भी सुझाव सलाह होगी उसके आधार पर ट्रीटमेंट का कार्य आरम्भ किया जायेगा।

श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने जानकारी दी है कि तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ करोड़ों सनातनियों व हिन्दू धर्मावलंबियों की आस्था का केन्द्र है। इस दौरान मंदिर के अस्तित्व पर बढ़ते संकट को लेकर श्रद्धालु भी चिंतित हैं। वहीं आगे कहा कि तुंगनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार जल्दी होगा मंदिर समिति ने ऐसा भरोसा दिया है।


 


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Content Editor

Vandana Khosla

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