उत्तराखंड में दो पुलिसकर्मियों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार , लगा गंभीर आरोप; जानिए क्या है पूरा मामला

punjabkesari.in Tuesday, Sep 16, 2025 - 03:22 PM (IST)

देहरादूनः उत्तराखंड के हरिद्वार के कुख्यात अपराधी प्रवीण वाल्मीकि गिरोह के मददगार नागरिक पुलिस के दो आरक्षियों (कांस्टेबल) को मंगलवार अपराह्न एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। ये दोनों हाल में ही उप महानिरीक्षक (डीआईजी), गढ़वाल परिक्षेत्र कार्यालय से पिथौरागढ़ स्थानांतरित किए गए थे। एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि प्रवीण वाल्मीकि गैंग से संबंध रखने के कारण दोनों पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है।

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अपराधियों से सांठगांठ रखने वालों को किसी भी सूरत में एसटीएफ नहीं बख्शेगी। उन्होंने बताया कि प्रवीण वाल्मीकि गैंग के संबंध में पिछले माह प्राप्त गोपनीय सूचना और प्रार्थना पत्र के आधार पर जांच करने के पश्चात 27 अगस्त को एसटीएफ की ओर से थाना गंग नहर, हरिद्वार पर मुकदमा संख्या 415/25 धारा 120 बी, 420, 467, 468, 471 भा0द0वि0 एवं 111, 251, 352 बीएनएस पंजीकृत किया गया। यह अभियोग कुख्यात गैंगस्टर प्रवीण वाल्मिकी, उसका भतीजा मनीष बॉलर, पंकज अष्टवाल आदि कुल छह लोगों के विरुद्ध पंजीकृत कराया गया।

बताया कि प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय द्वारा मामले की विवेचना एसटीएफ को सुपुर्द की गयी। जिसके पश्चात इस प्रकरण में पहली बार वाल्मीकि गैंग के दो सदस्यों मनीष बॉलर और पंकज अष्ठवाल निवासी ग्राम सुनेहरा, थाना गंग नहर, हरिद्वार को थाना गंग नहर क्षेत्र में गिरफ्तार किया गय़ा। उन्होंने बताया कि मनीष बॉलर एवं पंकज अष्टवाल से पूछताछ में जमीन की बिक्री करने वाली फर्जी रेखा व संलिप्त सदस्यों की जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर फर्जी रेखा बनी महिला निर्देश पत्नी कुलदीप सिंह निवासी ज्वालापुर, हरिद्वार की भी एसटीएफ द्वारा गिरफ्तारी की जा चुकी है।

एसपी, एसटीएफ के मुताबिक, अब इस प्रकरण में दो पुलिस कांस्टेबल शेर सिंह (36) पुत्र स्व0 दल सिंह, निवासी ग्राम बहादरपुर जट, जिला हरिद्वार और हसन अब्बास जैदी (46) पुत्र स्व0 तालीब अली, निवासी खेरवा जलालपुर, तहसील सरधना, जिला मेरठ (उत्तर प्रदेश) की संलिप्तता पाए जाने पर गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने बताया कि दोनों को गिरफ्तार करने के पश्चात, न्यायालय रुड़की कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।
 


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Content Editor

Vandana Khosla

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