शीतकालीन चारधाम यात्रा को लेकर DGP ने की बैठक, पुलिस अधिकारियों को एसओपी बनाने के दिए निर्देश

punjabkesari.in Saturday, Dec 14, 2024 - 04:27 PM (IST)

देहरादूनः शीतकालीन चारधाम यात्रा को लेकर डीजीपी ने शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक ली। इस दौरान बैठक में डीजीपी ने शीतकालीन यात्रा के लिए पुलिस अधिकारियों को एसओपी बनाने के निर्देश दिए। साथ ही शीतकालीन चारधाम यात्रा के लिए पुलिस द्वारा की जा रही तैयारियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।

मिली जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार को डीजीपी दीपम सेठ ने शीतकालीन चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन को लेकर देहरादून, हरिद्वार, रुद्रप्रयाग, चमोली व उत्तरकाशी जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान डीजीपी ने संबंधित पुलिस अधिकारियों को शीतकालीन यात्रा हेतु एसओपी बनाए जाने के निर्देश एवं उनके द्वारा की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। वहीं, इस बैठक के दौरान पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ ने शीतकालीन चारधाम यात्रा के सफल संचालन के लिए संबंधित जनपदों में एक-एक राजपत्रित स्तर के पुलिस अधिकारी को नोडल अधिकारी नामित करने एवं चारधाम यात्रा का एक्शन प्लान तैयार कर उसके अनुरूप कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ।

डीजीपी ने जारी किए अन्य ये निर्देश
• चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों एवं यात्रा मार्गों पर आवश्यकतानुसार पुलिस बल का प्वाइंटवार व्यवस्थापन किया जाए  

• शीतकालीन चारधाम यात्रा के दौरान प्रतिदिन आने वाले श्रद्धालुओं/वाहनों आदि की जानकारी गढ़वाल परिक्षेत्र के माध्यम से पुलिस मुख्यालय को उपलब्ध कराई जाए ।

• चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों में मंदिर समितियों के पदाधिकारियों के साथ समन्वय बैठक कर सुरक्षा संबंधी रूपरेखा तैयार कर ली जाए ।

• सुरक्षा संबंधी रूपरेखा में चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों में यात्रियों की सुरक्षा के साथ-साथ सभी प्रकार की आकस्मिक घटनाओं यथा- आतंकी हमला, बम विस्फोट, भूकंप, भूस्खलन, दैवीय आपदा एवं भीषण दुर्घटना आदि के संबंध में त्वरित प्रतिक्रिया के उद्देश्य से पृथक-पृथक Contingency Plans तैयार कर लिए जाए।

• चारों धामों के शीतकालीन प्रवास स्थलों में नियुक्त समस्त पुलिस बल को सुरक्षा योजना एवं भीड़ नियंत्रण के सम्बन्ध में पूर्व से ही ब्रीफ करते हुए त्रुटिरहित सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश निर्गत किए जाए ।

• यात्रा सीजन के दौरान चयनित आपदा संभावित क्षेत्रों में पूर्व से ही जनपदों में नियुक्त आपदा प्रबंधन टीम एवं एसडीआरएफ जवानों को आपदा राहत बचाव उपकरणों सहित ऐसे स्थानों पर नियुक्त किया जाए, जहां से वह अतिशीघ्र आपदा प्रभावित स्थानों पर पहुंच कर बचाव व राहत कार्य कर सकें ।

• ओवर स्पीडिंग को रोकने हेतु ठोस रणनीति तैयार कर इस संबंध में मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के अन्तर्गत प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए ।

• यात्रा मार्ग पर पूर्व से चिन्हित ब्लैक स्पाट (black spot) का पुनः स्थलीय निरीक्षण कर लिया जाए,तथा संबंधित विभाग से समन्वय स्थापित कर पैराफिट/ क्रैश बैरियर लगाए जाए ।

• वाहनों की क्षमता से अधिक सवारी/ श्रद्धालुओं को ले जाने वाले वाहनों को आगे न जाने दिए जाए तथा नियमानुसार कार्रवाई की जाए ।

• यात्रा मार्गों में जहां खराब सड़क एवं भूस्खलन संभावित क्षेत्र हो वहां पर जनपदीय प्रशासन के सहयोग से चेतावनी बोर्ड लगाए जाए। यदि किसी स्थान पर भूस्खलन होने की जानकारी प्राप्त होती है तो उससे पूर्व के स्थानों पर यात्रियों को इसकी सूचना पहले ही दे दी जाए, ताकि यात्री उस ओर न जाए और वैकल्पिक मार्ग होने पर उसका प्रयोग कर सके ।

• बल्क एसएमएस के माध्यम से यात्रियों को मौसम एवं मार्ग अवरुद्ध होने की जानकारी दिए जाने की व्यवस्था की जाए ।


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Content Editor

Vandana Khosla

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