कांग्रेस ने विधानसभा सत्र अवधि का किया विरोध, कहा- 3 दिवसीय सत्र जनता के साथ भद्दा मजाक एवं धोखा
punjabkesari.in Tuesday, Aug 06, 2024 - 02:31 PM (IST)
देहरादूनः उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने सोमवार को जनता की गाड़ी कमाई के करोड़ों रुपए खर्च कर, राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण के भराड़ीसैण स्थित विधानसभा (विस) भवन में होने वाले तीन दिवसीय सत्र को राज्य की जनता के साथ भद्दा मजाक एवं धोखा करार दिया।
करन माहरा ने कहा कि राज्य सरकार गैरसैण में विस सत्र की अवधि मात्र तीन रखकर, केवल जनता की गाड़ी कमाई से सैर सपाटा करने का काम कर रही है। उनके इस वक्तव्य पर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष, राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने करारा प्रत्युत्तर दिया है। उन्होंने इसे मात्र विरोध के मकसद से की जाने वाली नकारात्मक राजनीति करार दिया है।
भट्ट ने भी कांग्रेस अध्यक्ष की तरह संवाददाताओं से कहा कि जिन्होंने हमेशा राज्य निर्माण और उसके विकास का विरोध किया, वे नहीं चाहते गैरसैण में सत्र का संचालन हो। उन्होंने कांग्रेस को सुझाव दिया कि वह राजनीति करने के बजाय, सत्र की तैयारी करे। अन्यथा सदन का एक दिन भी उनके विधायकों के लिए बड़ा साबित होने वाला है। उन्होंने कहा कि जिनके विधायक पहले गैरसैण में सत्र नहीं करने के लिए पत्र लिखते थे और बाद में राजनीति के लिए इनका संगठन पलट जाता है। उन्होंने कहा कि जो सत्र गैरसैंण करवााने के लिए बयानबाजी करते हैं और सत्र की घोषणा होने पर दोबारा राजनैतिक लाभ के लिए उसकी अवधि को लेकर सवाल खड़ा करते हैं। प्रत्येक सत्र को हंगामे के साथ शुरू करते हैं और हंगामे के साथ ही समापन करते हैं, जिनके लिए सत्र का मतलब, आम जनता के विषय उठाना नहीं बल्कि हंगामा और वॉक आउट कर मीडिया में चर्चा का मुद्दा बनना है।
वहीं महेंद्र भट्ट ने कांग्रेस की नीयत पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता हमेशा से राज्य निर्माण के विरोधी रहे हैं, जिन्होंने अटल सरकार के दिए विशेष औद्यौगिक पैकेज सत्ता में आने पर वापिस लेने का पाप किया है और हमेशा से ही विकास विरोधी रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि गैरसैण की ग्रीष्मकालीन राजधानी बनाने से लेकर वहां के विकास को लेकर भाजपा सरकार ने ही अधिकांश योगदान दिया है। कांग्रेस को न पृथक उत्तराखंड से सहानुभूति रही है और न ही गैरसैण को लेकर उनके मन में कोई भावना है। सच्चाई यह है कि कांग्रेस के लिए गैरसैण एक राजनैतिक मुद्दे से अधिक कुछ नहीं है।