"गढ़वाल और कुमांऊ मंडल में बनाया जाए एक-एक एक्सीलेंस सेंटर", CM धामी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए निर्देश

punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2024 - 01:43 PM (IST)

देहरादून: उत्तराखंड सरकार शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए लगातार प्रयासरत है। सरकार द्वारा नई-नई शिक्षा योजनाओं को लागू किया जा रहा है। लेकिन जिस तरह प्रशासन द्वारा शिक्षा व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण को लेकर नीतियों का निर्माण किया जा रहा है उस ढंग से परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। इसी बीच प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में बेहतर सुधार के साथ ही शिक्षा व्यवस्था को विद्यार्थी केंद्रित बनाए जाने को लेकर सीएम धामी ने गुरुवार को समीक्षा बैठक की।
 
"क्वालिटी एजुकेशन देने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा पर दें ध्यान"
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को क्वालिटी एजुकेशन देने के साथ-साथ नैतिक शिक्षा पर ध्यान देने की बात कही। मुख्यमंत्री द्वारा बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने और स्कूलों से बालिकाओं के ड्रॉप आउट को कम करने के लिए आवासीय छात्रावासों को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। विद्यालयी पाठ्यक्रम में उत्तराखण्ड के आन्दोलन का इतिहास, लोक संस्कृति के विभिन्न आयामों, भारतीय ज्ञान परंपरा मूल्यों एवं संस्कृति को समाहित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।

"गढ़वाल और कुमांऊ में बनाया जाए एक्सीलेंस सेंटर"
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए गढ़वाल और कुमांऊ मण्डल में एक-एक एक्सीलेंस सेंटर बनाए जाने के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को औद्योगिक संस्थानों की आवश्यकता के अनुरूप तकनीकी संस्थानों में आधुनिक कोर्स और आधुनिक उपकरणों की समुचित व्यवस्था करवाए जाने एवं सरकारी तकनीकी संस्थानों से पासआउट होने वाले छात्रों को राज्य में ही अधिक से अधिक कैम्पस प्लेसमेंट दिलवाने हेतु निर्देशित किया।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शैक्षिक भ्रमण योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड से 50 मेधावी विद्यार्थी भारत भ्रमण पर भेजे जाएंगे। जिसमें 50% छात्राएं शामिल होंगी। मुख्यमंत्री विद्यार्थी उपहार योजना के तहत कक्षा 01 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए निःशुल्क नोटबुक उपलब्ध कराई जाएंगी।
 


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Ramanjot

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