उत्तराखंड में 85 वर्ष से अधिक आयु के कुल 65 हजार 160 मतदाता... 10 हजार 390 आवेदन प्राप्त

punjabkesari.in Wednesday, Mar 27, 2024 - 09:46 AM (IST)

 

देहरादूनः उत्तराखंड में 85 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं के लिए, घर पर जाकर मतदान की व्यवस्था सुनिश्चत की जा रही है। राज्य में ऐसे मतदाता कुल 65 हजार, 160 हैं। इन सभी को फार्म उपलब्ध करवाए गए, जिनमें से 10 हजार 390 आवेदन प्राप्त हुए हैं।

यह जानकारी राज्य के अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने मंगलवार को दी। उन्होंने बताया कि राज्य में 80 हजार, 330 दिव्यांग (पीडब्ल्यूडी) मतदाता हैं। उनमें से 5 हजार, 576 मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट से वोटिंग के लिए आवेदन किया है। उन्होंने बताया कि 25 मार्च को आवेदन करने की अन्तिम तिथि थी, इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी इन सभी मतदाताओं को पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान की सुविधा उपलब्ध करवाएंगे। डॉ. जोगदंडे ने बताया कि प्रत्येक जनपद में टीमें हर मतदाता के घर पर जाकर उनसे संपर्क स्थापित करेगी। राज्य में घर-घर जाकर पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान की प्रक्रिया को आठ अप्रैल से प्रथम चरण में तीन दिन के लिए प्रारम्भ किया जाएगा। यदि कुछ मतदाता इन तिथियों में अपने घर में उपलब्ध नहीं हो पाएंगे, तो ऐसे मतदाताओं के लिए 10 अप्रैल के बाद से द्वितीय चरण शुरू किया जाएगा। इसका जिला स्तर पर कार्यक्रम तय किया जाएगा। इसकी सूचना मतदाताओं को अखबारों एवं अन्य माध्यमों से भी उपलब्ध करवाई जाएगी।

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि राज्य में 11729 मतदेय स्थलों में मतदाओं के लिए न्यूनतम सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। करीब 94 प्रतिशत मतदेय स्थलों में रैम्प, पेयजल, फर्नीचर, शेड की व्यवस्था 97 से 98 प्रतिशत मतदेय स्थलों पर उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि कुछ मतदेय स्थलों पर न्यूनतम सुविधाओं के अंतर्गत रैम्प, पेयजल, फर्नीचर, शेड आदि की वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। सभी दिव्यांग श्रेणी के चिन्हित मतदाताओं और 85+ वर्ष के मतदाओं के लिए चुनाव आयोग द्वारा सक्षम एप की व्यवस्था की गई है। डॉ. जोगदंडे ने बताया कि राज्य में सक्षम एप के माध्यम से 1524 व्हील चेयर के लिए अनुरोध प्राप्त हुए हैं। डोली के लिए 994 और स्वयं सेवक के लिए 5910 अनुरोध प्राप्त हुए हैं। इन सभी सुविधाओं के लिए जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा मतदाताओं को सुविधा उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि ब्रेल की जानकारी रखने वाले दृष्टि बाधित मतदाताओं की सहायता के लिए ब्रेल आधारित प्रतियां उपलब्ध करवाने के प्रयास किए गए हैं।

वहीं ब्रेल के अंकित बेलेट पेपर दृष्टि बाधित मतदाताओं के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा। निर्वाचन में शामिल सभी कार्मिकों के लिए निर्वाचन ड्यूटी के दौरान, आवश्यकता पड़ने पर नि:शुल्क और कैशलेस चिकित्सीय सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि सरकारी और सूचीबद्ध अस्पतालों को इसमें शामिल किया जाएगा। इसमें आयुष्मान योजना से जुड़े कार्मिकों के अलावा जो कार्मिक इस योजना से नहीं भी जुड़े हैं, उन्हें भी यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य में प्रत्येक बूथ के लिए बूथ लेवल हेल्थ मैनेजमेंट प्लान बनाया जा रहा है। हर बूथ पर जो भी टीम जाएगी, उसे चिकित्सीय सेवा के लिए किससे संपर्क करना है, नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक केन्द्र कौन सा होगा, इसकी पूरी जानकारी दी जाएगी। बूथों में दवाइयों के आकस्मिक किट भी उपलब्ध करवाए जाएंगे।

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने जानकारी दी कि सी-विजिल ऐप के माध्यम से अभी तक राज्य में 9 हजार 318 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। 8930 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है, 369 शिकायतें सही न पर जाने पर ड्रॉप की गई हैं एवं 19 शिकायतों पर विभिन्न स्तरों पर कार्रवाई गतिमान है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Nitika

Recommended News

Related News