समर्पित पार्टी कार्यकर्ता होने के कारण वीरेन्द्र को हरिद्वार से मिला कांग्रेस का टिकट: हरीश रावत

Monday, Mar 25, 2024 - 10:54 AM (IST)

 

देहरादूनः उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार वीरेन्द्र रावत का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें टिकट इसलिए नहीं मिला, क्योंकि वह उनके बेटे हैं, बल्कि एक समर्पित पार्टी कार्यकर्ता के रूप में उनके कामकाज (ट्रैक) को देखते हुए टिकट दिया गया है।

वर्ष 2009 से हरिद्वार लोकसभा सीट से खुद जीत दर्ज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने वीरेन्द्र की उम्मीदवारी को अंतिम रूप देने से पहले एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में उनके (वीरेन्द्र के) बारे में बहुत सारी जानकारी एकत्र की। हरीश रावत ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "वीरेन्द्र रावत ने 1998 से लगातार उत्तराखंड में कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में काम किया है और 2009 से हरिद्वार में सक्रिय हैं तथा इस क्षेत्र के हर गांव में लोगों के साथ खड़े हैं।"

वहीं हरीश रावत ने पोस्ट में अपने बेटे के बारे में कहा कि वीरेन्द्र 1996 में दयाल सिंह डिग्री कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष, दिल्ली एनएसयूआई के महासचिव और उत्तराखंड में युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष थे और अब उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने कहा, ''वीरेन्द्र पुत्र भी हैं और शिष्य भी, लेकिन एक बात मैं पूरे विश्वास के साथ कहना चाहूंगा कि सेवा, समर्पण और विकासोन्मुख सोच के मामले में वह मुझसे भी बेहतर साबित होंगे।''

कांग्रेस ने शनिवार को उत्तराखंड की शेष दो लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा की, जिनमें हरीश रावत के बड़े बेटे वीरेन्द्र रावत को हरिद्वार से और प्रकाश जोशी को नैनीताल-उधम सिंह नगर से मैदान में उतारा गया है। वीरेन्द्र रावत का मुकाबला भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से है, जबकि जोशी का मुकाबला केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट से होगा। वर्ष 2014 और 2019 के आम चुनावों में हरिद्वार से भाजपा के रमेश पोखरियाल निशंक जीते थे, जिनका टिकट इस बार काट दिया गया है।

Nitika

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