चमोली में हर्षोल्लास से मनाया गया ‘कारगिल विजय दिवस’, ब्लॉक स्तर पर विभिन्न कार्यक्रम किए गए आयोजित

punjabkesari.in Friday, Jul 26, 2024 - 02:50 PM (IST)

चमोलीः उत्तराखंड के चमोली में ‘‘कारगिल विजय दिवस’’ अत्यधिक हर्षोल्लास से मनाया गया। बता दें कि जिला पंचायत परिसर में मुख्य अतिथि शहीद नायक कृपाल सिंह की धर्मपत्नी विमला देवी, जिलाधिकारी हिमांशु खुराना समेत जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (सेनि) सुबोध शुक्ल एवं अन्य अधिकारियों ने कारगिल शहीदों के चित्रों पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। वहीं पुलिस एवं एनसीसी जवानों ने शहीदों को सलामी दी। इतना ही नहीं बल्कि ब्लॉक स्तरों पर भी शौर्य दिवस पर पौधारोपण सहित विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए। बता दें कि कारगिल युद्ध में देश के 527 जाबांजों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था, जिसमें उत्तराखंड के 75 और चमोली के 11 जवान शामिल थे।

जिलाधिकारी ने इन जांबाज शहीदों के परिजनों को किया सम्मानित
इस शौर्य दिवस पर जिला पंचायत में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कारगिल शहीद नायक कृपाल सिंह की पत्नी विमला देवी, शहीद राइफल मैन सतीश चन्द्र के पिता महेशा नंद, शहीद नायक दिलबर सिंह की भाभी संगीता देवी, शहीद हवलदार रणजीत सिंह के पुत्र वीरेंद्र सिंह, शहीद राइफल मैन अमित नेगी के चाचा बलवंत सिंह, शहीद नायक आनंद सिंह के भाई खुशाल सिंह को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। इस शौर्य दिवस पर अन्य वीर नारियों और उनके परिजन शांति राणा, कुसुम लता, शकुंतला देवी, कमला देवी, पार्वती देवी, जयंती देवी, कमला देवी, सरिता देवी और सुलोचना देवी को भी शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया।

जिलाधिकारी ने शहीदों के साहस से प्रेरणा लेने की कही  बात 
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने देश के अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के सर्वोच्च बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने सभी को सैनिकों के अदम्य साहस एवं शौर्य गाथाओं से प्रेरणा लेने की बात कही।

जिला सैनिक अधिकारी ने शहीदों के सम्मान में उनकी जीवनी पर डाला प्रकाश 
वहीं जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल (सेनि) सुबोध शुक्ल ने कारगिल शहीदों के सम्मान में उनकी वीरगाथा एवं जीवनी पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के दुर्गम क्षेत्र कारगिल में पाकिस्तानी सेना के घुसपैठियों व सैनिकों को 26 जुलाई 1999 को भारतीय सैनिकों ने अपने अदम्य साहस का प्रदर्शन करते हुए मार भगाया। इस ऑपरेशन विजय में चमोली जनपद के 11 सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की भी रही भागीदारी
बता दें कि इस समारोह में स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति के गीतों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी। इसके अतिरिक्त कारगिल दिवस की पूर्व संध्या पर संपन्न वॉलीबॉल प्रतियोगिता की विजेता जीआईसी ‘ए’ गोपेश्वर तथा उपविजेता गौचर टीम के खिलाड़ियों को ट्रॉफी और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सहायक सैनिक कल्याण अधिकारी सुबेदार मेजर (सेनि) कलम सिंह झिंक्वाण द्वारा किया गया।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Nitika

Related News