प्राचीन मां चामुंडा देवी मंदिर के लिए निकाली गई कलश यात्रा, वन विभाग ने बीच रास्ते में रोका

punjabkesari.in Thursday, Oct 03, 2024 - 04:18 PM (IST)

हरिद्वार: प्राचीन चामुंडा देवी मंदिर के लिए निकाली गई कलश यात्रा को हरिद्वार स्थित बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर के पास वन विभाग के द्वारा रोका गया है। बता दें कि धर्मनगरी हरिद्वार में सोनार कोठी मेरु पर्वत में मां चामुंडा देवी का प्राचीन मंदिर है। यह क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व में आता है। लिहाजा, वन विभाग ने पिछले कई वर्षों से मंदिर तक कलश यात्रा पर रोक लगाई है।

प्राप्त सूचना के मुताबिक आज यानी गुरुवार को प्राचीन मां चामुंडा देवी उत्थान समिति और देवभूमि भैरव सेना संगठन के पदाधिकारियों के नेतृत्व में हरकी पैड़ी से कलश यात्रा शुरू हुई। वहीं इस मौके पर समिति सचिव सुनील शर्मा ने बताया कि वन विभाग के द्वारा हठधर्मिता के तहत मंदिर जाने से रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि मेरु पर्वत तक कलश यात्रा निकालने के लिए वन विभाग से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन वन विभाग की टीम मंदिर के लिए जाने वाले जंगल शुरू होने से पहले प्रवेश द्वार पर तैनात हो गई। बताया गया कि यह कलश यात्रा हरकी पैड़ी से अपर रोड, पोस्ट आफिस, हनुमान मंदिर होकर मां चामुंडा देवी के प्रवेश द्वार पर पहुंची तो वन विभाग ने उसे रोक दिया। इस दौरान संगठन से जुड़े लोगो ने नारेबाजी करते हुए मंदिर तक जाने के लिए काफी देर तक अनुमति मांगते रहे लेकिन वन विभाग ने उनको नहीं जाने दिया। इस दौरान श्रद्धालुओं से वन विभाग के द्वारा कलश को लेकर प्रवेशद्वार के पास स्थापित करवाया गया।

वन विभाग डिप्टी रेंजर गणेश का कहना है कि यह क्षेत्र राजाजी टाइगर रिजर्व में आता है। उन्होंने कहा कि यहां माननीय सुप्रीम कोर्ट और एनटीसी की निर्धारित गाइडलाइन है कि किसी प्रकार की मानवीय गतिविधियों को पूर्णतः प्रतिबंधित किया गया है। इसी क्रम में लोगों के द्वारा कलश यात्रा लेकर जाने पर रोक लगाई गई है। वहीं आगे कहा कि इनके द्वारा प्रतिवर्ष यह यात्रा आती है। लेकिन प्रवेश की अनुमति नहीं है, जिसके लिए इनको यहां रोका गया है।
 


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Content Editor

Vandana Khosla

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