Kedarnath Dham : क्या वाकई पर्यटन स्थल बनता जा रहा केदारनाथ धाम? पंडा-पुरोहितों ने उठाए सवाल
punjabkesari.in Sunday, Oct 26, 2025 - 07:05 PM (IST)
Kedarnath Dham : 2025 की केदारनाथ यात्रा संपन्न हो चुकी है, लेकिन इस बार यात्रा समाप्ति के साथ कई गंभीर सवाल भी उठ खड़े हुए हैं, जी हां, जो बाबा केदार हमेशा से हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक रहा है, वह अब धार्मिक स्थल से कहीं अधिक पर्यटन स्थल के रूप में देखा जाने लगा है।
पिछले कुछ वर्षों में यहां बढ़ते पर्यटन और आसपास के इंफ्रास्ट्रक्चर विकास ने केदारनाथ को आध्यात्मिक महत्व के साथ-साथ मनोरंजन और ट्रैकिंग के केंद्र में बदल दिया है...धार्मिक यात्रियों के साथ-साथ अब यहां ट्रेकिंग, कैम्पिंग और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने वाले पर्यटकों की भीड़ बढ़ रही है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ मिल रहा है, लेकिन कुछ लोगों को चिंता है कि तीर्थ स्थल की पवित्रता और धार्मिक माहौल पर असर पड़ सकता है।
60 % लोग केवल ब्लॉग के लिए आते हैं
केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी का कहना है कि अब धाम में लगभग 60 प्रतिशत लोग केवल फोटोग्राफी और सोशल मीडिया ब्लॉग के लिए आते हैं, जबकि केवल 40 प्रतिशत श्रद्धालु ही सच्ची भक्ति भाव से भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि अब लोग पहले मोबाइल निकालते हैं, फिर भगवान को प्रणाम करते हैं, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
वही केदार सभा के उपमंत्री अंकित सेमवाल ने बताया कि धाम में कई बार श्रद्धालुओं के बीच अनुशासनहीनता भी देखी गई है। दीपावली के दिन वहां पटाखे फोड़े गए और कुछ लोग नशे की स्थिति में भी देखे गए, जिससे न केवल धाम की पवित्रता प्रभावित होती है, बल्कि आसपास के ग्लेशियरों को भी खतरा हो सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या केदारनाथ अब केवल धार्मिक आस्था का केंद्र रह पाएगा, या इसे पर्यटन और सोशल मीडिया ट्रेंड के तौर पर देखा जाएगा... केदारसभा का कहना है कि भविष्य में यात्रियों में आस्था और अनुशासन दोनों बनाए रखना बेहद जरूरी है, ताकि धाम की पवित्रता और प्राकृतिक सुरक्षा दोनों सुनिश्चित की जा सकें..
