कांग्रेस विधायक आदेश चौहान पर लगा अभद्रता और सरकारी दस्तावेज फाड़ने का आरोप, मामले की जांच में जुटी पुलिस

Tuesday, Apr 11, 2023 - 05:51 PM (IST)

उधम सिंह नगर (निज़ामुद्दीन शेख़): उत्तराखंड के जनपद उधम सिंह नगर के जसपुर विधायक आदेश चौहान द्वारा एक बार फिर तहसील के कानूनगो के साथ अभद्र व्यवहार और गाली-गलौज करने का मामला सामने आया है। जिसके बाद कानूनगो ने कोतवाली में तहरीर देकर विधायक आदेश चौहान और उनके कार्यकर्ताओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस पूरे मामले में जांच कर आवश्यक कार्यवाही किए जाने की बात कह रही है।

जानें क्या है पूरा मामला?
बता दें कि जसपुर विधायक आदेश चौहान का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार विधायक द्वारा लोगों के साथ अभद्र व्यवहार किया जा चुका है। जसपुर तहसील में कानूनगो पद पर कार्यरत सुशील जुनेजा ने विधायक आदेश चौहान पर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ पटवारी हड़ताल पर चल रहे है। तहसीलदार जसपुर द्वारा मुझे जाति, स्थाई और अन्य कागज बनाने का काम दिया गया है। पिछले 3 दिनों से छुट्टी चल रही थी एक आदमी 3 दिन पहले खसरा बनाने के लिए आया था। तीन दिन की छुट्टी होने के बाद आफिस खुला, जिसके बाद उन्हें खसरा दे दिया गया। जिसके एक घंटे बाद विधायक अपने समर्थकों के साथ उनके ऑफिस आते है और गाली-गलौज करते है। इतना ही नहीं सरकारी दस्तावेज फाड़ दिए जाते है और बदतमीजी की जाती है। मीडिया से बातचीत करते समय कानूनगो भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि मैं किसी पद पर कार्यरत हूं। सरकारी दस्तावेज भी क्षति ग्रस्त हो गए है और मैं मानसिक रूप से पीड़ित हो चुका हूँ। और मौके पर महिला लेखपाल और दो पटवारी भी मौजूद थे लेकिन विधायक गाली देते रहे और सरकारी कार्य में बाधा डाली गई जिसमें कानूनगो ने कोतवाली में विधायक आदेश चौहान और उनके कार्यकर्ताओ के खिलाफ तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।

वहीं, मीडिया से बात करते हुए जसपुर से कांग्रेसी विधायक आदेश चौहान ने अपने ऊपर जसपुर तहसील के कानूनगो सुशील जुनेजा के द्वारा लगाए गए आरोपों को निराधार बताया। उन्होंने कहा कि जसपुर तहसील के कानून व सुशील जुनेजा खतौनी के लिए पिछले कुछ समय से चक्कर कटवा रहे थे। इसके लिए उनके द्वारा उप जिलाधिकारी जसपुर से वार्ता की गई और उन्होंने तहसीलदार जसपुर से वार्ता करने के लिए कहा गया था। तहसीलदार जसपुर के द्वारा उन्हें कानूनगो से बात करने के लिए कहा गया। इसके बाद जब वह कानूनगो सुशील जुनेजा के कक्ष में पहुंचे तो वह हमसे अभद्र व्यवहार करने लगा। उन्होंने कानूनगो पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा कुछ देर पूर्व ही 1000 रुपए लेकर किसी अन्य व्यक्ति को उसकी खतौनी दी थी। उन्होंने कानूनगो पर अपनी मनमानी करने का भी आरोप लगाया है।

क्या कहती है पुलिस?
इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस क्षेत्राधिकारी काशीपुर वंदना वर्मा ने बताया कि आज राजस्व निरीक्षक के कार्यालय में पहुंचकर क्षेत्रीय विधायक और उनके कार्यकर्ताओ ने उनसे अभद्रता करने की तहरीर प्राप्त हुई है। तहरीर के अनुसार रायपुर ग्राम प्रधान द्वारा राजस्व उप निरीक्षक कुछ कागज मांगे गए थे, लेकिन कुछ दिनों की छुट्टी पड़ जाने के कारण कागज समय पर नहीं दे पाए। इसके बाद आज सुबह खसरा से संबंधित उनके द्वारा कागज दे दिए गए थे। इसके बाद ही दोनों पक्षों में कुछ विवाद हुआ है। क्षेत्रीय विधायक कुछ लोगों के साथ कार्यालय आए थे। जहां इस घटना को मौके पर मौजूद तहसील कर्मचारियों द्वारा देखा गया है। इस मामले में उपजिलाधिकारी जसपूर ने बताया कि इस मामले में तहरीर प्राप्त हुई है। मामले की जांच कर जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।



 

Harman Kaur

Advertising