CM धामी अचानक पहुंचे दून अस्पताल, मरीजों से मुलाकात कर जाना हाल, अधिकारियों को दिए निर्देश
punjabkesari.in Sunday, Sep 14, 2025 - 10:38 AM (IST)

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार शाम अचानक राजकीय दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय जा पहुंचे। यहां उन्होंने उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं, उपचार की गुणवत्ता तथा व्यवस्थाओं का गहन जायजा लिया। साथ ही रोगियों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य और चिकित्सा सेवाओं का फीडबैक लिया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए।
राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के क्रम में मुख्यमंत्री धामी ने दून अस्पताल के औचक निरीक्षण के दौरान, परिसर में मौजूद वेटिंग एरिया (प्रतीक्षालय) में तिमारदारों के लिए समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराने के स्पष्ट निर्देश दिए। उन्होंने वेटिंग रूम का जायजा लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को भी सुविधाजनक वातावरण मिले। इसके लिए पेयजल, पंखे एवं बैठने की पर्याप्त एवं सुव्यवस्थित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि तीमारदार अस्पताल की व्यवस्था का अहम हिस्सा होते हैं और उन्हें भी बेसिक सुविधाएं मिलनी चाहिए, जिससे वे मानसिक रूप से सहज रह सकें।
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि अस्पताल परिसर में साफ-सफाई, नियमित सैनिटाइजेशन तथा रंग-रोगन की व्यवस्था तत्काल प्रभाव से कराई जाए। उन्होंने कहा कि अस्पताल न केवल चिकित्सा का स्थान है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक रूप से रोगियों एवं उनके परिजनों को संबल देने का स्थान भी है, अत: इसकी स्वच्छता, सौंदर्यीकरण एवं सुव्यवस्था अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने चिकित्सा अधिकारियों से कहा कि मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों की सुविधा और सम्मान भी राज्य सरकार की प्राथमिकता में है। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सरकारी अस्पतालों में आमजन को बेहतर सेवाएं मिलें, इसके लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं।
धामी यहां स्थित ब्लड सैंपल कलेक्शन सेंटर भी पहुंचे। जहां उन्होंने सेंटर में कार्यरत ऑपरेटर से सैंपल संग्रहण की प्रक्रिया, उनकी रिकॉर्डिंग तथा प्रयोगशाला में होने वाली टेस्टिंग संबंधी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सेंटर में उपयोग हो रही तकनीक एवं संसाधनों की कार्यकुशलता की सराहना की तथा इसकी निरंतर निगरानी के निर्देश दिए। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने अस्पताल प्रशासन, चिकित्सा अधिकारियों एवं स्टाफ को निर्देश दिया कि मरीजों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण उपचार उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।